विकासनगर: किसानों पर इस बार लॉकडाउन और मौसम की डबल मार पड़ी है, जिसने किसानों की कमर तोड़ दी है. यही कारण है कि किसान अब सहकारी समितियों से लिया गया कर्ज चुकाने में असमर्थ नजर आ रहे हैं. किसानों ने समिति के अध्यक्ष से कर्ज माफ करने की गुहार लगाई है.
इस बार पहले तो किसान कोरोना की रोकथाम और बचाव के लिए लागू किए लॉकडाउन की वजह से अपनी फसल नहीं काट पाए थे. बाद में जौनसार बावर में बारिश और ओलावृष्टि ने उनकी खेतों में तैयार खड़ी फसल को बर्बाद कर दिया था. जो थोड़ी बहुत फसल बची थी उसके मंडी में सही दाम नहीं मिल पाए.
ऐसे हालात में पहले से ही कर्ज के तले दबे किसान पर आर्थिक संकट का बोझ और बढ़ गया. अब उन किसानों के पास सहकारी समितियों का कर्ज उतारने के लिए रुपए भी नहीं है. किसानों ने सरकार से मांग की है कि मुश्किल की इस घड़ी में उनका साथ दे और उनका कर्ज माफ करे ताकि उन्हें थोड़ी राहत मिल सके.