देहरादून:कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच नए वेरिएंट के आने से स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है. कोरोना वैक्सीन के बाद नए वेरिएंट से बचाव के लिए बूस्टर डोज लगनी शुरू हो गई है. इसके साथ ही दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में फिलहाल अभी केवल कोरोना संक्रमित मरीजों का ही इलाज किया जाएगा.
देहरादून में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर सीएमओ देहरादून का कहना है कि दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अब केवल कोविड-19 मरीजों का इलाज होगा और वहां केवल बहुत जरूरी और बड़ी सर्जरी को अंजाम दिया जाएगा, जबकि सामान्य मरीजों का इलाज जिला चिकित्सालय कोरोनेशन और महात्मा गांधी नेत्र चिकित्सालय में किया जाएगा.
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देहरादून के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज उप्रेती का कहना है कि, आज (10 जनवरी) से बूस्टर डोज लगनी शुरू हो गई है. यह प्रिकॉशन डोज के रूप में तीसरी डोज है. इसके लिए सबसे पहले 60 आयु वर्ग से ऊपर के लोगों का टीकाकरण हो रहा है, साथ ही हेल्थ और फ्रंटलाइन वर्करों को भी बूस्टर डोज लगाई जा रही है. इसमें शर्त यह है कि यदि वैक्सीनेशन की दूसरी डोज को लगाए हुए 9 माह हो गए हों, वहीं बूस्टर डोज लगवा सकता है. इस खुराक को लगाने से पहले उनके पास कोरोना वैक्सीन के 9 महीने पूरे होने वाला सर्टिफिकेट होना अनिवार्य है.
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बता दें कि, बीते रोज उत्तराखंड में 1413 नए संक्रमित मरीज मिले थे. इसमें अकेले देहरादून में 505 नए मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी. संक्रमण बढ़ने के बाद स्वास्थ्य विभाग टेस्टिंग रेट भी बढ़ाने जा रहा है. विभाग का कहना है कि बीते दिनों से मौसम खराब होने की वजह से टेस्टिंग नहीं बढ़ पा रही थी. अब यह कोशिश रहेगी कि आगामी दो-तीन दिनों में 5 से 6 हजार टेस्ट किए जाएं.