देहरादून:नए मोटर व्हीकल एक्ट के खिलाफ रोडवेज बस चालक और निजी ट्रांसपोर्टरों तीन दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल में शामिल हो गए हैं. केंद्र सरकार की ओर से एमवी एक्ट के नियमों में बदलाव को लेकर प्रदेश के निजी ट्रांसपोर्टर राष्ट्रव्यापी हड़ताल में शामिल हो गए हैं. ट्रांसपोर्टर की हड़ताल से ज्यादातर निजी बस, टैक्सी, मैक्सी, ट्रेवलर, विक्रम आदि हड़ताल पर हैं. जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
नए मोटर व्हीकल एक्ट के खिलाफ निजी ट्रांसपोर्टर और रोडवेज बस चालक मुखर, हड़ताल से यात्री परेशान - new motor vehicle act
Dehradun Drivers Strike देहरादून में रोडवेज बस चालक और निजी ट्रांसपोर्टर नए मोटर व्हीकल एक्ट के खिलाफ मुखर हो गए हैं. साथी ही बस चालक और निजी ट्रांसपोर्टरों तीन दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल में शामिल हो गए हैं. जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और वो अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच पा रहे हैं.
By ETV Bharat Uttarakhand Team
Published : Jan 1, 2024, 1:58 PM IST
|Updated : Jan 1, 2024, 2:13 PM IST
हड़ताल से यात्रियों को करना पड़ रहा परेशानियों का सामना:ट्रांसपोर्टर केंद्र सरकार के विरुद्ध जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे हैं. इससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, प्रदेशभर में रोडवेज बस चालकों ने भी चक्का जाम कर दिया है. सभी चालकों ने बस संचालन करने से इनकार कर दिया है. इससे हजारों यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. किसी भी राज्य की रोडवेज बस भी नहीं आ रही, जो बसें बाहर गई थी, वहीं वापस लौट रही हैं.
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आरटीओं ने चालकों से की वार्ता:आरटीओ प्रवर्तन शैलेश तिवारी ने आइएसबीटी पहुंचकर बस चालकों से वार्ता की. उन्होंने कहा कि हमें सबसे पहले उन यात्रियों की परेशानी को समझना होगा, जो सुबह चार बजे से बसों का इंतजार कर रहे हैं. वार्ता के बाद उन्होंने ऋषिकेश की बस को रवाना करवाया. कहा कि पहले ऋषिकेश की बसों को भेजने का प्रयास किया जाएगा. इसके बाद हरिद्वार, सहारनपुर, रुड़की की बस रवाना होंगी. गौर हो कि नए मोटर व्हीकल एक्ट में हादसे के दौरान ड्राइवरों को दस साल की सजा के साथ 10 लाख रुपए जुर्माना लगाने का नियम है. जिसका चालक विरोध कर रहे हैं.