देहरादून: सूबे के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल दून मेडिकल कॉलेज के महिला विंग में पुराने सामान की नीलामी की गई. अस्पताल परिसर में बहुत पुराना सामान पड़ा हुआ था, जो इस्तेमाल के लायक नहीं था. नीलाम किए गए सामान की मियाद 10 साल से ज्यादा हो गई थी. वहीं, सामान की नीलामी से मिली रकम को अस्पताल प्रबंधन स्वयं खर्च नहीं कर पाएगा. अस्पताल के नियम के मुताबिक, नीलामी से मिली रकम को अस्पताल प्रबंधन ने सरकार के खाते में डाल दिया है.
मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केके टम्टा के मुताबिक, पुराने सामान के ऑक्शन और कंडमनेशन के कुछ नियम होते हैं, उन नियमों के तहत कोई भी सामान 10 साल से पहले बेकार नहीं माना जा सकता है. साथ ही नीलामी के दौरान ये भी सुनिश्चित किया जाता है कि सामान की मूल कीमत कितनी थी.