देहरादून:उत्तराखंड में लूट और हत्या जैसे संगीन अपराधों में हो रही बढ़ोत्तरी पर डीजीपी अशोक कुमार ने नाराजगी व्यक्त की है. प्रदेश के लॉ एंड ऑर्डर को लेकर आज 5 दिसंबर डीजीपी अशोक कुमार ने अधिकारियों के साथ में बैठक की. इस दौरान डीजीपी अशोक कुमार ने अधिकारियों के पेंच कसे और पुलिसकर्मियों को अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए कहा, ताकि अपराधियों के मन में पुलिस का खौफ बैठे.
बैठक में डीजीपी अशोक कुमार ने साफ तौर पर कहा कि पुलिस का इकबाल बुलंद होना चाहिए और अपराधियों में खौफ होना चाहिए. तभी जनता को एक बेहतर पुलिस सेवा दी जा सकती हैं. इन्हीं सब विषयों पर जोर देते हुए सोमवार को डीजीपी अशोक कुमार मुख्यालय स्तर के आलाधिकारियों के साथ मिलकर देहरादून एसएसपी सहित संबंधित अधिकारियों और जनपद के थाना प्रभारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की.
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डीजीपी ने साफ तौर पर कहा कि अपराधियों में ऐसा खौफ होना चाहिए कि किसी भी घटना को अंजाम देने से पहले वह कई बार सोचें. ऐसा देखने में आ रहा है कि पुलिस के इकबाल में कहीं कमी दिख रही है, जिसके कारण अपराधी बेखौफ घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं.
डीजीपी ने सख्त निर्देश देते हुए संबंधित पुलिस अधिकारियों को कहा कि इसमें बेहतर सुधार लाना बेहद आवश्यक है. ताकि समाज में कानून और शांति व्यवस्था बनाई जा सके. डीजीपी ने कहा कि अपराधियों में पुलिस का खौफ होना जरूरी है. ताकि बाहरी राज्य से आकर यहां कोई आपराधिक वारदात को अंजाम न दे सके. पुलिस को इस कदर सख्ती बरतनी होगी कि कोई भी अपराधी उनकी चुगल से न बच सके.
गैंगस्टर और माफिया की संपत्ति जब्त कार्रवाई में लाएं तेजी: डीजीपी अशोक कुमार ने कड़े निर्देश देते कहा कि बीते 5 सालों में गैंगस्टर एक्ट के तहत आने वाले माफिया और अन्य तरह के अपराधियों की संपत्ति जल्द से जल्द कुर्की और जब्त कर कानूनी कार्रवाई तत्परता के साथ की जाए. ताकि माफियाओं पर प्रभावी अंकुश लगाया जा सके. वही 2 महीने तक चलने वाले विशेष धरपकड़ अभियान में इनामी अपराधियों की गिरफ्तारी भी अधिक से अधिक जोर दिया जाए. ऐसा ना करने वाले थाना व अन्य संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी विभागीय कार्रवाई की जाएगी.
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अराजकता फैलाने वाले पर लगे लगाम: हाल ही में कुछ प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री आवास में घुसने का प्रयास किया था, जिसका उदाहरण देते हुए डीजीपी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सुरक्षा को चाक-चौबंद किया जाए. लोकतंत्र के सभी को अपनी बात शांतिपूर्वक कहने का अधिकार है. लेकिन धरना प्रदर्शन की आड़ में जिस तरह से कुछ लोगों शांति को भंग करना चाहते है, उसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाए. ऐसे लोगों के खिलाफ न सिर्फ मुकदमा दर्ज किया जाए. बल्कि ऐसे मामलों में गंभीरता से अंकुश लगाने के लिए आरोपित लोगों के खिलाफ कोर्ट समन और वारंट जारी कराने की मजबूत पैरवी की जाए. ताकि ऐसे मामलों में प्रभावी रोक लगाया जा सके.
ट्रैफिक में भी हो सुधार: डीजीपी अशोक कुमार ने राजधानी देहरादून में ड्रग तस्करी को रोकने और इस धंधे में लिप्त तस्करों पर प्रभावी अंकुश लगाने से संबंधित पुलिस पदाधिकारी को कड़े निर्देश दिए गए. वहीं दूसरी ओर राजधानी देहरादून में लगातार बिगड़ती ट्रैफिक व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए भी DGP ने जोर दिया हैं. उन्होंने कहा कि कहीं पर जाम लगे तो उसमें तत्काल इंफोर्समेंट का सुधार किया जाए और समय रहते पब्लिक को यातायात जाम की सूचना देकर राहत दी जाए.