देहरादून:दून मेडिकल कॉलेज व हॉस्पिटल में टीबी डॉट्स के इलाज के नाम पर नाबालिग छात्रा के साथ शारीरिक व मानसिक उत्पीड़न मामले में आरोपी डॉक्टर पर शिकंजा कसता जा रहा है. पुलिस ने पहले के अन्य शिकायतों को भी अपनी जांच में शामिल कर लिया है. इसके आधार पर फरार आरोपी डॉ. अयोध्या प्रसाद की जल्द गिरफ्तारी कर केस मजबूत करने की कार्रवाई जारी है.
वहीं, दूसरी तरफ इस मामले में शनिवार को पीड़ित छात्रा ने कोर्ट में पेश होकर 164 के तहत अपने बयान दर्ज कराए. अदालत ने जल्द से जल्द आरोपी डॉक्टर की गिरफ्तारी के लिए पुलिस को आदेश दिए हैं. ऐसे में देहरादून शहर कोतवाल कैलाश चंद्र भट्ट ने कहा कि फरार डॉक्टर अयोध्या प्रसाद की गिरफ्तारी को लेकर लगातार दबिश दी जा रही है. डॉक्टर के खिलाफ पुराने गंभीर मामले भी अब सामने आ रहे हैं. जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा जाएगा.
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ये है पूरा मामला: 10वीं में पढ़ने वाली नाबालिग छात्रा ने बताया कि साल 2021 से उसका इलाज दून सरकारी अस्पताल के टीबी डॉट्स डिपार्टमेंट में चल रहा था. इसी दौरान 22, फरवरी 2021 को वह चेकअप के लिए संबंधित डॉक्टर के पास गई. जहां पहले से एक्स-रे और अन्य जांच रिपोर्ट के आधार पर बताया गया कि अब वह पूरी तरह से नॉर्मल है, लेकिन रेगुलर चेकअप के लिए उन्हें बीच-बीच में आना पड़ेगा. ऐसे में 4 मार्च, 2022 को जब पीड़िता दून अस्पताल के टीवी डॉट्स डिपार्टमेंट में चेकअप के लिए गई तो वहां नए डॉक्टर अयोध्या प्रसाद मिले.
चेकअप के बहाने कर रहा था शारीरिक शोषण: आरोप है कि डॉक्टर ने छात्रा को लगातार चेकअप करने के बहाने बुलाया और उसके साथ अश्लील हरकत की. छात्रा ने डॉक्टर के गलत इरादे को समझने के बाद अस्पताल आने से मना कर दिया. आरोप है कि उसके बाद डॉक्टर प्रसाद लगातार उसे डरा-धमका कर अस्पताल आने में मजबूर करने लगे. लेकिन पीड़िता ने आरोपी डॉक्टर से फोन पर साफ मना कर दिया. जिसके बाद भी डॉक्टर मानसिक रूप से लगातार फोन कर छात्रा को परेशान करता रहा.