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दो साइबर ठगों का पर्दाफाश, 'ब्लैक फिश' के कहने पर खुलवाते थे फर्जी बैंक खाते, छोटी सी गलती से गए फंस

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Published : Jul 8, 2023, 6:33 PM IST

Updated : Jul 8, 2023, 7:51 PM IST

देहरादून पुलिस ने साइबर ठगी के एक बड़े मामले का खुलासा किया. इस गिरोह का सरगना एक नाइजीरियन बताया जा रहा है, जिसे सब ब्लैक फिश के नाम से जानते है. उसी के कहने पर पंजाब के दो युवकों ने देहरादून में कुछ लोगों के फर्जी बैंक अकाउंट खुलवाया था, जिसमें लोगों की ठगी हुई रकम आती थी. पुलिस ने लोगों के फर्जी बैंक खाते खुलवाने वाले दोनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया है.

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देहरादून: ऑनलाइन धोखाधड़ी के आरोपी में देहरादून पुलिस ने दो आरोपियों को पंजाब के लुधियाना से गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से पुलिस को अलग-अलग बैंकों की पासबुक, एटीएम कार्ड, सिम कार्ड व अन्य कागजात बरामद हुए हैं. आरोपियों को एक नाजीरियन व्यक्ति 'ब्लैक फिश' खाते खुलवाने के नाम पर 18 हजार रुपए देता था और आरोपी अपने रिश्तेदारों के आसपास जान पहचान बढ़ाकर खातों को खोलने का काम करते थे.

पुलिस ने बताया कि, बीती 7 जुलाई को सुदीप सिंह (शाखा प्रबंधक केनरा बैंक चकराता रोड) ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके बैंक में खाताधारक शुभम कुमार (पुत्र रमेश चंद्र) के खाते में 17 मई 2023 से 23 जून 2023 तक कुल 38,23000 रुपए और इसी तरह शिवम के खाते में दिनांक 31 मई 2023 से दिनांक 30 जून 2023 तक कुल 19,06985 रुपए का लेन-देन हुआ है, जो संदिग्ध प्रतीत हो रहा है.
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इस संबंध में बैंक स्टेटमेंट भी पुलिस को उपलब्ध कराई गई. पुलिस ने दोनों संदिग्ध खातों की जांच की. दोनों खाताधारकों शुभम और शिवम से खातों के संबंध में पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि उनके ये दोनों खाते सूरज उर्फ गुरमीत (निवासी लुधियाना) ने चकराता रोड स्थित बैंक में खुलवाए थे, जिनमें एसएमएस अलर्ट नंबर उसने अपना डलवाया था. सूरज के एक अन्य साथी आशीष (निवासी लुधियाना) ने इस काम में उसकी मदद की थी. सूचना के आधार पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया.

इसके बाद देहरादून पुलिस ने आरोपी गुरमीत सिंह उर्फ सूरज और आशीष मसीह को लुधियाना पंजाब से गिरफ्तार किया. आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने अलग-अलग बैंकों की 09 पासबुक, केनरा बैंक के 06 एटीएम कार्ड, सिम कार्ड व अन्य कागजात बरामद किए.
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मामले का खुलासा करते हुए दून एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने बताया कि दोनों आरोपी अपने निवास स्थान से दूर अपने रिश्तेदारों के यहां जाकर वहां के लोगों से जान पहचान बढ़ाते हैं और उन्हें अपने विश्वास में लेते हुए उन्हें छोटा-मोटा लालच देकर बहाना बनाते हुए उनसे उनके नाम पर एकाउंट खुलवा लेते हैं. अक्सर जरूरतमंद लोग इनकी बातों में आकर इनके शिकार बन जाते हैं.

बैंक में खाता खुलवाते समय आरोपी वहां अपना मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड करवा लेते थे, जिससे सारे मैसेज और ओटीपी सीधे उनके पास ही आते थे. इन खातों का इस्तेमाल करके ही लोगों से धोखाधड़ी का जाती थी. आरोपी एक नाइजीरियन व्यक्ति, जिसे 'ब्लैक फिश' के नाम से जाना जाता है, वो उन्हें प्रत्येक खाता खुलवाने के एवज में 18 हजार रुपए देता था. इसी लालच में आकर सूरज उर्फ गुरमीत देहरादून में अपने रिश्तेदार धीरज के घर आया और उसके जान पहचान वालों से दोस्ती की और उनके खाते खुलवाए.

Last Updated : Jul 8, 2023, 7:51 PM IST

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