देहरादून: नैनीताल में भाजपा नेता के वनवे उल्लंघन पर थानाध्यक्ष द्वारा भाजपा नेता पर की गई कार्रवाई के 20 मिनट बाद ही थानाध्यक्ष का स्थानांतरण कर दिया गया. इस मामले को लेकर कांग्रेस सेवा दल के कार्यकर्ताओं ने देहरादून में विरोध प्रदर्शन करते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है. साथ ही डीजीपी लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार को ज्ञापन भी सौंपा.
थानाध्यक्ष के स्थानांतरण किए जाने के विरोध में उतरे कांग्रेस सेवा दल के कार्यकर्ता. कांग्रेस सेवा दल के प्रदेश अध्यक्ष राजेश रस्तोगी ने बताया कि उत्तराखंड राज्य में भाजपा की सरकार लकड़ी का चश्मा लगाकर काम कर रही है. जिसके चलते सरकार को कुछ दिखाई नहीं दे रहा है. उच्च न्यायालय के निर्देश पर नैनीताल में वन-वे ट्रैफिक व्यवस्था लागू की गई है. ऐसे में भाजपा के एक नेता द्वारा वन वे ट्रैफिक व्यवस्था का उल्लंघन किया जाता है.
जब तल्लीताल के थानाध्यक्ष नियम उल्लंघन करने पर चालान काटते हैं तो भाजपा नेता थानाध्यक्ष से बदतमीजी करते हैं और 20 मिनट के भीतर ही थानाध्यक्ष का स्थानांतरण कहीं और कर दिया जाता है. साथ ही कहा कि यह उत्तराखंड पुलिस है. इसके साथ पशुओं जैसा व्यवहार किया जाना कांग्रेस सेवा दल के कार्यकर्ताओं को कतई भी बर्दाश्त नहीं होगा.
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साथ ही उन्होंने कहा यदि मामले की निष्पक्ष जांच नहीं की गई तो कांग्रेस सेवा दल के कार्यकर्ता देहरादून से नैनीताल तक मार्च करके अपना विरोध दर्ज कराएंगे. साथ ही डीजी लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार ने बताया कि मामले के लेकर उन्होंने कल ही जांच के आदेश दे दिए हैं. जांच पूरी होने तक थानाध्यक्ष का स्थानांतरण नहीं किया जाएगा.