देहरादून: उत्तराखंड का ऐतिहासिक शहर जोशीमठ इन दिनों बुरे दौर से गुजर रहा है. दरअसल, जोशीमठ शहर में भू धंसाव की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं. ऐसे में उत्तराखंड सरकार प्रभावितों के पुनर्वास और विस्थापित करने के साथ ही राहत बचाव के कार्य में जुटी हुई है. जहां जोशीमठ को लेकर पहले से ही सियासत गर्म है वहीं, अब बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का माओवादी को लेकर दिया गया बयान, एक बार फिर सूबे की सियासत को गरमा रहा है. जिस पर बीजेपी अब सफाई देती नजर आ रही है. जबकि कांग्रेस भाजपा को घेरने में जुटी हुई है.
बता दें कि महेंद्र भट्ट बदरीनाथ विधानसभा सीट से पूर्व में विधायक रह चुके हैं. इसी विधानसभा सीट के अंतर्गत जोशीमठ शहर भी आता है. जहां इन दिनों प्राकृतिक आपदा आई है. इसी आपदा के बीच अब बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने जोशीमठ में माओवादी ताकतों के सक्रिय होने की बात कही है. जिनका कनेक्शन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने पड़ोसी देश चीन से होना बताया है. जो आने वाली चारधाम यात्रा को प्रभावित कर सकते हैं. महेंद्र भट्ट के इस बयान के बाद उत्तराखंड में आरोप प्रत्यारोप की राजनीति शुरू हो गयी है. जिसने सत्ताधारी दल भाजपा की चिंताएं बढ़ानी शुरू कर दी हैं.
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बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के इस बयान का समर्थन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी कर रहे हैं. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के बयान पर सीएम धामी ने कहा कि ऐसे लोग राज्य में अभी भी मौजूद हैं, जिन्हें राज्य के विकास से ज्यादा विकास को अवरुद्ध करना प्राथमिकता रहती है. क्योंकि जब चारधाम की सड़कें बन रही थी, उस दौरान भी तमाम लोग अड़ंगा लगाने का काम कर रहे थे. ऐसे लोगों के लिए देश, उत्तराखंड और यहां की जनता का हित कभी प्राथमिकता नहीं रही है.
वहीं, महेंद्र भट्ट के बयान पर कांग्रेस ने जमकर भाजपा और सरकार को घेरा है. कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने कहा कि महेंद्र भट्ट का जोशीमठ के परिपेक्ष में दिया गया बयान बहुत ही गंभीर है. यदि सामरिक दृष्टि और राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर से महत्वपूर्ण जोशीमठ में माओवादी ताकतें सक्रिय हैं और महेंद्र भट्ट के पास इसके पुख्ता सबूत हैं तो, ऐसे में इसे राज्य सरकार का फेलियर ही समझा जाएगा. क्योंकि अभी तक राज्य सरकार ने इस ओर कोई कार्रवाई नहीं की है.