देहरादूनःउत्तराखंड की राजधानी देहरादून में 8 और 9 दिसंबर को वैश्विक निवेशक सम्मेलन- 2023 (ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट) होने जा रहा है, जिसकी तैयारियां जोरों पर चल रही है. इसमें सरकार ने ढाई लाख करोड़ रुपए के निवेश का लक्ष्य रखा है. लेकिन इन्वेस्टर्स समिट शुरू होने से पहले ही कांग्रेस ने समिट को लेकर सरकार से पांच सवाल पूछे हैं.
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने ग्लोबल मैकेंजी कंपनी और उत्तराखंड सरकार के बीच की साझेदारी पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि सरकार ने ग्लोबल मैकेंजी कंपनी के साथ निवेश बढ़ाने का करार किया था. इसके लिए कंपनी को करोड़ों रुपए का भुगतान भी किया गया. उन्होंने सवाल उठाया कि मैकेंजी ग्रुप को उत्तराखंड क्यों लाया गया? इस कंपनी को ढाई लाख रुपए के हिसाब से प्रतिदिन भुगतान किया जा रहा है. भाजपा सरकार को ये बताना चाहिए कि साढ़े चार महीने में कंपनी की क्या उपलब्धियां रही?
दूसरा सवाल उठाते हुए करन माहरा ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी ने विकास की नींव रखते हुए दो सिडकुल की स्थापना की थी. उनमें कितना इन्वेस्टमेंट आया और कितनी बड़ी कंपनियां प्रदेश से वाइंड अप करके चली गई? उन्होंने तीसरा सवाल उठाते हुए कहा कि जो कंपनियां पहले से ही उत्तराखंड में काम कर रही हैं, उन कंपनियों से लंदन में जाकर करार करने की क्या आवश्यकता पड़ी? जबकि इस कंपनी का मुख्यालय गाजियाबाद में स्थित है.
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