देहरादून:बाल अधिकार संरक्षण आयोग की पहल पर डालनवाला कोतवाली में बच्चों के लिए तैयार किए गए 'चाइल्ड फ्रेंडली थाने' का शुभारंभ टल गया है. यह प्रदेश का पहला 'चाइल्ड फ्रेंडली थाना' है. आपको बता दें कि, चाइल्ड फ्रेंडली थाने को तैयार करने का मुख्य उद्देश्य यह है कि अगर किसी आपराधिक गतिविधि में कोई बच्चा लिप्त पाया जाता है, तो उसे पुलिस स्टेशन पहुंचने पर किसी तरह का भय महसूस न हो. बल्कि थाने लाए जाने पर भी उसे एक प्ले स्कूल जैसा ही माहौल मिल सके. बता दें कि, सितंबर 2019 को बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी की ओर से बच्चों के लिए पुलिस स्टेशन में बाल मित्र थाना तैयार करने का आह्वान किया गया था.
निरीक्षण में मिलीं खामियां
बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी ने डालनवाला कोतवाली में बच्चों के लिए तैयार किए जा रहे चाइल्ड फ्रेंडली थाने का निरीक्षण किया. इस दौरान आयोग के निर्देशों के अनुसार कार्य न होने पर उन्होंने गहरी नाराजगी जताई.
चाइल्ड फ्रेंडली थाने में बालक और बालिकाओं के लिए दो अलग सेगमेंट तैयार किए जाने थे. जिसमें नीले रंग का सेगमेंट बालकों के लिए तैयार होना था. वहीं, बालिकाओं के लिए गुलाबी रंग के अलग सेगमेंट की व्यवस्था होनी थी. लेकिन निरीक्षण के दौरान बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष को कोई सेगमेंट नजर नहीं आया. जिसे देखकर आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी ने गहरी नाराजगी जताई.