देहरादूनःउत्तराखंड में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 को लेकर बैठकों का दौर जारी है. आज सीएम पुष्कर सिंह धामी ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को लेकर रियल एस्टेट डेवलपर/निवेशक के साथ बैठक में प्रतिभाग किया. इस दौरान सीएम धामी ने कहा कि व्यापार और अन्य क्षेत्रों में 27 नई नीतियां मिली हैं. निवेशकों के शिखर सम्मेलन में यह सबसे महत्वपूर्ण बैठक है.
बता दें कि आगामी 8 और 9 दिसंबर को देहरादून में उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 होनी है. जिसकी टैग लाइन पीस टू प्रोस्पेरिटी (Peace to Prosperity) है. यह दूसरा मौका है, जब उत्तराखंड में इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया जा रहा है. इससे पहले साल 2018 में तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के कार्यकाल में पहले इन्वेस्टर्स समिट को आयोजन एक बड़े स्तर पर किया गया था.
उस दौरान इन्वेस्टर समिट में कृषि-बागवानी, बायोटेक्नोलॉजी, पर्यटन, आईटी, ऊर्जा, अर्बन इन्फ्राट्रक्चर, हेल्थ केयर, आयुष वैलनेस सेक्टर और विनिर्माण उद्योग को शामिल किया गया था. जिसमें करीब 1.25 लाख करोड़ रुपए के 673 निवेश प्रस्ताव मिले थे., लेकिन धरातल पर पूरी तरह से नहीं उतर पाए. उधर, इस मेगा इवेंट को लेकर विदेश दौरे भी होने हैं.
लंदन का दौरा करेंगे सीएम धामीःमुख्यमंत्री सीएम धामी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में निवेशकों को आमंत्रित करने के लिए लंदन (यूके) का दौरा करेंगे. पहला रोड शो 25 से 28 सितंबर तक लंदन में होगा. जबकि, 16 से 20 अक्टूबर तक दुबई और अबू धाबी में भी रोड शो होंगे. यह जानकारी मुख्यमंत्री सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने दी है.
ये भी पढ़ेंःUttarakhand Global Investors Summit 2023 का लोगो और वेबसाइट लॉन्च, इंडस्ट्री के लिए 6 हजार एकड़ का लैंड बैंक तैयार
वहीं, इस बार भी धामी सरकार इस मेगा इवेंट को कराने जा रही है. जिसको लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. आज इसको लेकर अहम बैठक हुई. जिसमें सीएम पुष्कर सिंह धामी ने लोगों से सुझाव मांगे. सीएम धामी ने कहा कि 'यह इन्वेस्टर्स समिट हमारे लिए एक अवसर है. ऐसे में सभी लोगों से अनुरोध है कि वो अपने सुझाव जरूर दें. इसके अलावा सिंगल विंडो सिस्टम के सरलीकरण की प्रक्रिया को हमने बढ़ाया है.'
उन्होंने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 को लेकर लोगों में काफी उत्साह है. लोगों के सुझावों को भविष्य की योजनाओं में शामिल किया जाए, इस दिशा में काम किया जा रहा है. सीएम धामी ने कहा कि उद्योग समूह के साथ भी इस तरह की बैठकों का सिलसिला शुरू किया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कह चुके हैं कि 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का होगा. चारधाम यात्रा में काफी संख्या में श्रद्धालु उमड़ रहे हैं. दिल्ली देहरादून के बीच एलिवेटेड रोड का निर्माण हो रहा है. रोड तैयार हो जाने के बाद लोग आसानी आ और जा सकेंगे. सीएम धामी ने कहा कि हवाई सेवा का तेजी से विस्तार हो रहा है. अभी 36 फ्लाइट सीधे चल रही हैं.
ये भी पढ़ेंःइनवेस्टर्स समिट से चमकेगा पहाड़! आएंगी कंपनियां या सिर्फ होंगे करार?
पंतनगर एयरपोर्ट का निर्माण पूरा होने के बाद वहां भी हवाई सेवा की सुविधा बढ़ जाएगी. हर साल उत्तराखंड आने वाले सैलानियों की संख्या बढ़ रही है. ऐसे में आने वाले 25 सालों में प्रदेश के विकास के लिए रोडमैप बनाते हुए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में अपना योगदान देना होगा. सरकार लोगों के साथ है. यह समिट केवल राज्य सरकार की नहीं है, बल्कि पूरे प्रदेशवासियों की है.
पीस टू प्रोस्पेरिटी टैग लाइन
वहीं, इससे पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कह चुके हैं कि इस बार इन्वेस्टर्स समिट में 2 लाख 50 हजार करोड़ रुपए का निवेश का लक्ष्य रखा गया है. निवेश को बढ़ावा देने के लिए नीतियों में सुधार किया गया है. साथ ही नई नीतियों को भी लागू किया जा चुका है. वहीं, विभिन्न क्षेत्रों के लिए 27 नीतियां प्रख्यापित की गई हैं. जबकि, उत्तराखंड में 6 हजार एकड़ का लैंड बैंक भी तैयार किया गया है.
ये भी पढ़ेंःUttarakhand Global Investors Summit को लेकर बैठकों का दौर शुरू, तमाम सेक्टर के लोगों से लिया गया सुझाव