ऋषिकेश: शहर में कूड़ा निस्तारण (Rishikesh garbage disposal controversy) के मामले में बजट से शुरू हुआ विवाद अब भाजपा के गुटबाजी तक पहुंच गया है. भाजपा पार्षदों ने कूड़ा निस्तारण के मुद्दे पर जारी धरने को लेकर नगर निगम में प्रेसवार्ता (Pc in Rishikesh Municipal Corporation) की है. भाजपा के कई पार्षदों ने खुद के ही पार्टी के कुछ जनप्रतिनिधियों पर सरकार विरोधी माहौल तैयार करने का आरोप लगाया है. हालांकि, उन्होंने पार्षदों ने किसी का नाम नहीं बताया है.
ऋषिकेश में कूड़ा निस्तारण विवाद बढ़ा, दो गुट में बंटे BJP पार्षद, जमकर लगाए आरोप प्रत्यारोप
ऋषिकेश कूड़ा निस्तारण विवाद को लेकर भाजपा पार्षद 2 गुटों में बंट गए हैं. एक गुट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दूसरे गुट पर कई आरोप लगाए हैं.
पार्षद विकास तेवतिया (Councilor Vikas Teotia) ने दावा किया कि हरिद्वार रोड किनारे दशकों से डंप हजारों टन कचरे का निस्तारण (waste disposal) नगर निगम को खुद करना था. बताया कि साल 2020 में 30 जुलाई की बोर्ड बैठक में बाकायदा केंद्रीय वित्त आयोग के पैसे को कूड़ा निस्तारण पर खर्च करने का प्रस्ताव पास किया गया था.
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बावजूद, इस मद की करीब आठ करोड़ रुपए की रकम कहां खर्च हुई, किसी को पता नहीं. उन्होंने केंद्रीय वित्त से जारी रकम के इस्तेमाल की जांच की मांग फिर से दोहराई है. उन्होंने कहा कि धरना देकर सत्ता विरोधी माहौल तैयार किया जा रहा है. वहीं, पार्षद शिवकुमार गौतम (Councilor Shivkumar Gautam) ने कहा कि कूड़ा निस्तारण को लेकर भाजपा के ही कुछ लोग धरना चला रह हैं. हर कोई जानता है कि वह महत्वकांक्षी लोग आखिर कौन हैं.