देहरादून:उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी को महाराष्ट्र का राज्यपाल बनाया गया है. कोश्यारी को सी विद्याराव का कार्यकाल समाप्त होने के बाद राज्यपाल मनोनीत किया गया है. सी विद्याराव को 30 अगस्त 2014 को महाराष्ट्रा का राज्यपाल बनाया गया था. भगतदा के राज्यपाल बनने पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बधाई दी है. भगत सिंह कोश्यारी को जल्द ही पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई जाएगी.
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भगत सिंह कोश्यारी उत्तराखंड के उन नेताओं में शुमार हैं, जिन्होंने उत्तराखंड राज्य गठन में अपनी अहम भूमिका निभाई. भगत दा ने अपना पूरा जीवन संघ और भाजपा के लिए समर्पित किया है. मोदी सरकार द्वारा 75 पार कर चुके वरिष्ठ नेताओं को सक्रिय राजनीति से दूर रखने फार्मूले के तहत जब 2019 में भगत सिंह कोश्यारी को उनकी नैनीताल ऊधमसिंहनगर सीट से लोकसभा का टिकट नहीं दिया गया, तब से ही यह चर्चा थी कि उनको भविष्य में राज्यपाल बनाया जाएगा.
17 जून 1942 को बागेश्वर जिले के कपकोट में जन्मे भगत सिंह कोश्यारी ने आरएसएस में जुड़कर ही राजनीति का ककहरा सीखा. आरएसएस के वरिष्ठ स्वयंसेवकों में शुमार कोश्यारी को 1977 में आपातकाल के दौरान जेल भी जाना पड़ा. उसके बाद वह बीजेपी के कई सांगठनिक पदों में रहे. उत्तराखंड में भाजपा के सदस्य से लेकर कोश्यारी भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तक रहे.
उत्तराखंड राज्य बनने के बाद 2001-2002 तक प्रदेश के दूसरे मुख्यमंत्री बने. साल 2002 से 2007 तक वह नेता प्रतिपक्ष रहे.