देहरादून: उत्तराखंड बजट में 3 दिन का सत्र अभी बाकी है. जो 25, 26 और 27 मार्च को होना है, लेकिन प्रदेश में कोरोना वायरस के दस्तक के बाद सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत सावधानी के साथ ही बजट सत्र चलाने की बात कह रहे हैं. आपको बता दें कि त्रिवेंद्र सरकार का बजट सत्र गैरसैण में तीन मार्च से 7 मार्च तक चला, जबकि सदन की कार्यवाही को 25 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया गया था.
उत्तराखंड विधानसभा बजट सत्र पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह ने कहा है कि बजट सत्र होना अनिवार्य है, जो तय समय पर किया जाएगा. गौरतलब है कि गैरसैंण में विधानसभा के बजट सत्र शुरू होने से पहले पक्ष-विपक्ष में आरोप-प्रत्यारोप की सियासत भी खूब देखने को मिली थी. यही नहीं भराड़ीसैंण में संचालित हुए बजट सत्र के दौरान जनता से सरोकार रखने वाले कई मुद्दों को लेकर विपक्ष ने सरकार को जमकर घेरा था.
दरअसल, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भराड़ीसैंण स्थित विधानसभा में 4 मार्च को बजट पेश कर चुके हैं. जिसके बाद कुछ विभागों की सदन में चर्चा भी की गई. वहीं बजट सत्र पर विभाग वार सभी विभागों के बजट पर पक्ष विपक्ष की चर्चा नहीं हो सकी, लिहाजा सत्र की समय अवधि को ही पीठ ने बढ़ाना मुनासिब समझा और 7 मार्च को विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने बजट सत्र की समय अवधि को बढ़ाकर 25, 26 और 27 मार्च तक कर दिया.
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उत्तराखंड के बजट को महत्वपूर्ण मानते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि बजट सत्र बहुत महत्वपूर्ण है. क्योंकि मामला उत्तराखंड के बजट से जुड़ा है लिहाजा सत्र जरूर होगा, लेकिन जो सतर्कता बरतनी है वो सावधानियां बरती जाएंगी. यही नहीं बजट पेश करना अनिवार्य है नहीं तो एक अप्रैल में आर्थिक संचालन बंद हो जाएगा.