देहरादूनः पावर बैंक नामक एप में निवेश के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाले साइबर अपराधियों पर उत्तराखंड STF की कार्रवाई जारी है. हाल ही में एसटीएफ दिल्ली स्थित एक कंपनी डायरेक्टर को पूछताछ के लिए दून लाई है. साथ ही एक अन्य कंपनी एरोमा इम्पेक्स के 3.36 करोड़ की संदिग्ध ट्रांजेक्शन को फ्रीज कराया गया है. अब तक कुल 5.86 करोड़ की राशि फ्रीज की जा चुकी है.
हिमांशु कपूर से पूछताछ
स्पेशल टास्क फोर्स द्वारा अंतरराष्ट्रीय साइबर धोखाधड़ी में हिमांशु कपूर को दिल्ली से देहरादून पूछताछ के लिए लाया गया है. बता दें कि हिमांशु कपूर ने 6 कंपनियां पिछले 2 साल में चीनी नागरिकों के साथ मिलकर बनाई थी. हिमांशु कपूर की Adexter concept pvt ltd में पावर बैंक एप के माध्यम से 53 करोड़ का ट्रांजेक्शन होना पाया गया. पूछताछ में कई महत्वपूर्ण जानकारी मिलने के बाद इसमें शामिल दिल्ली और गुरुग्राम के कई चार्टर्ड अकाउंटेंट की संदिग्ध भूमिका भी सामने आई है.
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2 गिरफ्तार, 2 के खिलाफ वारंट जारी
देश की सबसे बड़ी साइबर धोखाधड़ी के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई के लिए एसटीएफ द्वारा खास रणनीति बनाई गई है. अपराध में शामिल अपराधियों पर राष्ट्रीय जांच एजेंसियों की तर्ज पर कार्रवाई के लिए विभिन्न टीमों का गठन किया गया है. अभी तक पुलिस द्वारा अपराध में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. साथ ही 6 आरोपियों के खिलाफ वारंट जारी किया गया है. जबकि 2 आरोपियों के खिलाफ नोटिस जारी किया गया है.
मुंबई, दिल्ली समेत आधा दर्जन राज्यों में दबिश
एसटीएफ एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि गठित टीमों द्वारा मुम्बई, दिल्ली, तेलंगाना, बेंगलुरु, गुजरात और हरियाणा से संपर्क कर विभिन्न पहलुओं पर जांच कर आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं. साथ ही टीम द्वारा जूनागढ़, गुजरात में भी दबिश दी गई है. जहां एक आरोपी मुकेश गोबर भाई चोटानी फरार है. मुकेश द्वारा एक फर्जी कंपनी दिव्या मनी फ्रेंको का संचालन किया जा रहा था. इस कंपनी में भी लगभग 50 करोड़ का लेनदेन पाया गया है.