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NCRB DATA 2021: उत्तराखंड में तेजी से बढ़ा साइबर क्राइम का ग्राफ, जानें कौन हैं टॉप 5 स्टेट?

टेक्नोलॉजी के बढ़ते इस्तेमाल ने साइबर ठगों (graph of cyber crime) के लिए भी लोगों को चूना लगाने के ज्यादा मौके पैदा कर दिए हैं. शायद यही वजह है कि देश में साइबर क्राइम का ग्राफ तेजी (cyber crime) से बढ़ रहा है. साइबर क्राइम को लेकर एनसीआरबी ने जो ताजा रिपोर्ट जारी की है, उसमें उत्तराखंड के लिए भी चिंता जाहिर की गई (cyber crime case in Uttarakhand) है. उत्तराखंड में साइबर क्राइम के मामले तेजी के साथ बढ़े हैं, जो पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है.

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Published : Aug 31, 2022, 12:21 PM IST

Updated : Aug 31, 2022, 2:30 PM IST

देहरादून: देश में टेक्नोलॉजी (Technology) के क्षेत्र में विकास के साथ-साथ साइबर अपराध (Cyber Crimes) भी पांव पसारने लगा है. उत्तराखंड में साइबर क्राइम का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है, जो बड़ी चिंता का विषय है. उत्तराखंड में बड़ी संख्या में लोग साइबर ठगी का शिकार हो रहे हैं. राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो यानी एनसीआरबी की ताजा रिपोर्ट के अनुसार उत्तराखंड में साल 2021 में 718 साइबर क्राइम के मुकदमे दर्ज किए हैं, जबकि एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2020 में उत्तराखंड के अंदर साइबर क्राइम के 243 मामले सामने आए थे.

NCRB रिपोर्ट के अनुसार देश में साल 2021 में साइबर क्राइम के सबसे ज्यादा 10,303 मामले तेलंगाना में दर्ज किए हैं. इसके बाद यूपी में 8,829, कर्नाटक में 8,136, महाराष्ट्र में 5,562 और असम में 4,846 साइबर क्राइम के मामले दर्ज किए गए.

NCRB DATA 2021
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वहीं अगर मेट्रो सिटी की बात की जाए तो बेंगलूरु में सबसे ज्यादा 6424, हैदराबाद में 3303, मुंबई में 2883, लखनऊ में 1067 और गाजियाबाद में 451 मामले दर्ज किए गए हैं. तमाम शहरों में भारत की आईटी राजधानी बेंगलुरु ने 2021 में सबसे ज्यादा साइबर क्राइम दर्ज किया, जिसमें 6,423 मामले दर्ज किए गए. हालांकि, यह संख्या 2020 और 2019 की तुलना में गिर गई है. जिसमें क्रमशः 8,892 और 10,555 मामले दर्ज किए गए थे.

एनसीआरबी के आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले साल की तुलना में दिल्ली में साइबर अपराध में 111 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है. शिकायत करने वालों में ज्यादातर 12-17 साल की उम्र की महिलाएं या नाबालिग थीं.

Last Updated : Aug 31, 2022, 2:30 PM IST

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