चमोली: भू-धंसाव के कारण जोशीमठ में चल रहे ध्वस्तीकरण के कार्य के बीच आज एक हादसा हो गया. होटल माउंट व्यू और मलारी इन को तोड़े जाने के बीच एक मजदूर नीचे गिर गया. उसे SDRF और NDRF की टीम ने तुरंत अस्पताल पहुंचाया. फिलहाल उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है.
बता दें कि, जोशीमठ में आए भू-धंसाव की वजह से अबतक 863 घरों में दरारें चिन्हित की जा चुकी हैं. इनमें से 181 भवन असुरक्षित जोन में हैं. इस बीच असुरक्षित भवनों को ढहाने की कार्रवाई जारी है. सीबीआरआई की टीम की मौजूदगी में दोनों होटल माउंट व्यू और मलारी इन को तोड़ने का काम भी लगातार चल रहा है. सबसे पहले इन्हीं दो होटलों से ध्वस्तीकरण का काम शुरू हुआ था. ये दोनों होटल लगातार पीछे की ओर खिसक रहे थे और आपस में टकराने की स्थिति में पहुंच गए थे.
वहीं, होटलों को गिराने का काम चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है. सोमवार को इसी कार्य के दौरान ये हादसा हो गया. ध्वस्तीकरण के काम में लगा एक मजदूर हादसे का शिकार हो गया. हालांकि, राहत-बचाव कार्य में लगी टीमों ने मजदूर को तत्काल रेस्क्यू कर नजदीकी अस्पताल पहुंचाया, जहां अभी उसका इलाज चल रहा है.
जोशीमठ में प्रभावित परिवारों को अग्रिम राहत के तौर पर क्षतिग्रस्त भवनों, विशेष पुनर्वास पैकेज, सामान ढुलाई और तात्कालिक आवश्यकताओं के लिए धनराशि दी जा रही है. चमोली जिला प्रशासन के मुताबिक, अभी तक एकमुश्त विशेष ग्रांट और घरेलू सामग्री की खरीदारी के लिए 1327 प्रभावितों को 497.16 लाख की राहत धनराशि वितरित की जा चुकी है.
वहीं, आपदा प्रभावित 243 परिवारों के 878 सदस्य अभी राहत शिविरों में है. राहत शिविरों में भोजन, पेयजल, चिकित्सा आदि की मूलभूत सुविधाएं प्रभावितों को उपलब्ध कराई जा रही है. उधर, भू-धंसाव से प्रभावित लोगों के पुनर्वास के लिए ढाक में निर्माण कार्य तेजी से जारी है. यहां CBRI के तकनीकी सहयोग से RWD की ओर से ढाक में प्री फैब्रिकेटेड भवन बनाए जा रहे हैं.
ये भी पढ़ेंःKarnaprayag Cracks: 'हम कहां जाएंगे...' जोशीमठ के बाद कर्णप्रयाग के 25 घरों में दिखीं दरारें