चमोली:जोशीमठ स्थित हेलंग में बीते दिनों घास (चारापत्ती) लेकर आ रही महिलाओं से बदसलूकी का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. प्रकरण में दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय अध्यक्ष त्रिवेंद्र पंवार के नेतृत्व में यूकेडी के कार्यकर्ताओ ने जिलाधिकारी कार्यालय पर नारेबाजी और प्रदर्शन किया.
प्रदर्शनकारियों ने कार्यालय में डीएम के न मिलने पर वहां काम कर रहे कर्मचारियों को उनके दफ्तरों से बाहर खदेड़ा. जिसके बाद यूकेडी कार्यकर्ता डीएम दफ्तर के बाहर ही धरने पर बैठ गए. बाद में अपर जिलाधिकारी ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शनकारियों से बात की. तब जाकर यूकेडी कार्यकर्ताओं ने अपना धरना समाप्त किया.
वहीं, श्रीनगर गढ़वाल में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान विभिन्न राजनैतिक संगठनों और पर्यावरणविदों ने हेलंग में महिलाओं के साथ हुई इस घटना को लेकर अपना विरोध व्यक्त किया. साथ ही सरकार व प्रशासन पर कई गंभीर आरोप भी लगाए. हिमाचल प्रदेश के पूर्व वन संरक्षक आईएफएस अधिकारी प्रवीण थपलियाल ने कहा कि अगर इस तरह ग्रामीणों के हक-हकूकों को छीना जायेगा, तो ग्रामीणों के पास पलायन ही एकमात्र विकल्प बच जाता है.
अगर सरकार लैंड फिल पालिसी बनाएं तो पहाड़ के लोगों को उनके हक-हकूक मिल सकेंगे. वहीं, भूगोलविद प्रो एमएस पंवार ने कहा कि लॉकडाउन के बाद एकबार फिर पहाड़ के लोग वापस कृषि और पशुपालन पर निर्भर हो गये हैं. ऐसे में इस तरह की घटनायें ग्रामीणों में असुरक्षा की भावना पैदा करती हैं. साथ ही हिमालयी क्षेत्रों में विकास के ये मॉडल आपदाओं को न्यौता देने का काम कर रही हैं.
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