चमोलीः चारधाम यात्रा के संचालन पर अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है. हाईकोर्ट में चारधाम यात्रा को लेकर 18 अगस्त को सुनवाई होनी थी, लेकिन सुनवाई टल गई है. फिलहाल, अग्रिम आदेशों तक यात्रा स्थगित है, लेकिन तीर्थपुरोहितों, हकहकूकधारियों, और व्यापारियों का सब्र का बांध टूटता जा रहा है. बदरीनाथ धाम के हकहकूकधारियों और तीर्थपुरोहितों ने धरने को अनशन में तब्दील कर दिया है. वहीं, स्थानीय लोग मंदिर के दर्शन के लिए निकले, लेकिन पुलिस ने रोक लिया. जिससे गुस्साए लोगों ने नारेबाजी कर सरकार का पुतला फूंका.
बता दें कि बदरीनाथ धाम में बीते दिनों से चल रहे धरने को क्रमिक अनशन में तब्दील कर दिया गया है. शुक्रवार को भी पूर्व में निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार बामणी, माणा, गांव के ग्रामीण व पंडा, डिमरी समाज समेत हकहकूकधारी बारिश के बीच छाता लेकर बदरीनाथ मंदिर में दर्शन के लिए निकले, लेकिन पुलिस ने उन्हें पुल पर ही बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया और वापस लौटा दिया. इसके बाद आक्रोशित जनता ने साकेत तिराहे से पंचायत कार्यालय तक विरोध रैली निकाली. जहां से लौटने के बाद साकेत तिराहे पर विधायक महेंद्र भट्ट के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदेश सरकार का पुतला दहन किया.
बदरीनाथ धाम में प्रदर्शन. ये भी पढ़ेंःयात्रा शुरू करने की मांग को लेकर कांग्रेसियों का बदरीनाथ कूच, पुलिस ने पांडुकेश्वर में रोका, तीखी नोंकझोंक
विधायक पर लगाया गुमराह करने का आरोपः स्थानीय लोगों का कहना है कि कुछ दिन पहले वर्तमान विधायक महेंद्र भट्ट पांडुकेश्वर पहुंचे थे. जहां लोगों को आश्वस्त करते हुए उन्होंने बताया था कि 19 अगस्त को बदरीनाथ की यात्रा 105% खुल जाएगी, लेकिन यात्रा अभी तक नहीं खोली गई है. उन्होंने विधायक भट्ट पर गुमराह करने का आरोप लगाया. साथ ही कहा कि जहां चारधाम यात्रा शुरू न होने से स्थानीय जनता बेरोजगारी के चलते परेशान है तो वहीं विधायक दौरे कर अपनी राजनीतिक की रोटी सेंक रहे हैं.
पूर्व विधायक राजेंद्र भंडारी को पुलिस ने रोकाः वहीं, उनका कहना है कि इन सबसे परे पूर्व विधायक व पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र भंडारी ने कहा था कि अगर सरकार 18 तारीख को यात्रा नहीं खोलती है तो 20 तारीख को बदरीनाथ पहुंच कर स्थानीय लोगों को अपना साथ देंगे. जिसके बाद आज राजेंद्र भंडारी बदरीनाथ पहुंच रहे थे, लेकिन पांडुकेश्वर में ही पुलिस प्रशासन ने उन्हें रोक दिया.
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तीर्थपुरोहितों और हकहकूकधारियों का कहना है कि इससे साफ-साफ देखा जा सकता है कि सरकार न तो खुद लोगों की मदद के लिए आगे आ रही है. न ही किसी को मदद करने दे रही है. वहीं, क्रमिक अनशन के आज पहले दिन बीजेपी के युवा मोर्चा के अध्यक्ष मनदीप भंडारी, बद्रीश संघर्ष समिति के अध्यक्ष राजेश मेहता, पंडा तीर्थ पुरोहित 65 वर्षीय काशी पाल, 70 वर्षीय बचन सिंह चौहान, विनोद डिमरी समेत 5 लोग बैठे रहे.