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जोशीमठ जल प्रलयः बेघर मां-बेटी के लिए मसीहा बने SDRF इंस्पेक्टर, रहने के लिए दिया अपना घर

एसडीआरएफ इंस्पेक्टर हरक सिंह राणा भी मां-बेटी के लिए मसीहा बनकर सामने आए हैं. उन्होंने दोनों को अपने घर में पनाह दी है.

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Published : Feb 22, 2021, 9:10 AM IST

Updated : Feb 22, 2021, 11:26 AM IST

चमोलीः तपोवन और रैणी क्षेत्र में आई आपदा के बाद प्रभावित लोगों की मदद के लिए हर कोई आगे आ रहा है. एक ओर जहां आपदा में गूलर के रहने वाले आलम सिंह की बेटियों की परवरिश की जिम्मेदारी एक्टर सोनू सूद ने ली तो वहीं एसडीआरएफ इंस्पेक्टर हरक सिंह राणा भी मां-बेटी के लिए मसीहा बनकर सामने आए हैं. उन्होंने दोनों को अपने घर में पनाह दी है.

बीते 7 फरवरी को जोशीमठ आपदा कई लोगों की जिंदगियां लील गई तो कई लोग अभी भी लापता हैं. इसके अलावा कई लोग ऐसे हैं, जो सबकुछ खोकर भी जिंदा बच गए. इन्हीं अभागों में से एक है रैणी गांव की सोणा देवी हैं. इस जल प्रलय में सोणा देवी का मकान बह गया. जिसके बाद सोणा देवी और उनकी बेटी के लिए रहने की समस्या पैदा हो गई. लेकिन एसडीआरएफ इंस्पेक्टर हरक सिंह राणा ने आगे आकर दोनों की मदद की है. हरक सिंह राणा ने गांव में ही अपने तीन कमरों का मकान सौणा देवी को रहने के लिए दे दिया है.

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बता दें कि हरक सिंह राणा आपदा के दिन से ही अपनी टीम के साथ रैणी गांव में राहत बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं. विभाग में उनकी सरल और सौम्य स्वभाव के अधिकारी के रूप में पहचान है. उनका परिवार इन दिनों जॉलीग्रांट में रह रहा है. एसडीआरएफ कमांडेंट नवनीत भुल्लर ने भी हरक सिंह राणा के इस कार्य की प्रशंसा की है.

Last Updated : Feb 22, 2021, 11:26 AM IST

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