चमोली: कोरोना काल के बाद विश्व धरोहर फूलों की घाटी (world heritage valley of flowers) में इस बार रिकॉर्ड तोड़ पर्यटक पहुंच रहे हैं. अब तक 17,515 देशी विदेशी पर्यटक घाटी का दीदार कर चुके हैं, जो फूलों की घाटी में एक सीजन में सबसे अधिक पर्यटक आने का रिकॉर्ड है, इससे पहले 2019 में 17,424 पर्यटक आने का रिकॉर्ड था.
वन विभाग को अब तक 26 लाख 28 हजार 550 रुपये की आय हो चुकी है. अभी भी इस सीजन को खत्म होने में लगभग दो माह का समय बचा है. फूलों की घाटी की यात्रा (Valley of Flowers Tour) चलने से स्थानीय व्यवसायियों को अच्छी आमद हुई है, जिसने कोरोना काल के बाद संजीवनी का काम किया है. समुद्रतल से 12,995 फीट की ऊंचाई पर स्थित फूलों की घाटी को यूनेस्को ने साल 2005 में विश्व धरोहर का दर्जा दिया था.
87.5 वर्ग किमी क्षेत्रफल में फैली इस घाटी में जहां 500 से अधिक दुर्लभ प्रजाति के फूल खिलते हैं. वहीं, यहां दुर्लभ हिमालयी जीव-जंतु, परिंदों और जड़ी बूटियों का दीदार भी किया जा सकता हैं. यही वजह है कि हर साल यहां हजारों देशी-विदेशी पर्यटक पहुंचते हैं. यहां पर कल-कल करती पुष्पावती नदी, प्राकृतिक झरने, फूलों की सुंदर वादियां पर्यटकों को मंत्र मुगध करती है.
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