चमोलीः जोशीमठ में दरार और भू धंसाव के बाद बंद पड़ी एनटीपीसी परियोजना के काम को दोबारे शुरू करवाने की मांग होने लगी है. इसके लिए जोशीमठ के स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन भेजा है.
दरअसल, जोशीमठ के कई ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत ज्येष्ठ उप प्रमुख और सरपंच वन पंचायत समेत कई लोगों ने मुख्यमंत्री पुष्कर धामी को एक पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने तपोवन विष्णुगाड जलविद्युत परियोजना के निर्माण कार्य को दोबारे शुरू करवाने की मांग की है. स्थानीय जनप्रतिनिधियों का कहना है कि एनटीपीसी की ओर निर्माणाधीन जलविद्युत परियोजना का काम रोक दिया गया था. जबिक, परियोजना पर 80 फीसदी से ज्यादा काम हो चुका है.
जोशीमठ के जनप्रतिनिधियों के पत्र. जनप्रतिनिधियों का कहना है कि विशेषज्ञ समितियों की जांच में जलविद्युत परियोजना को जोशीमठ आपदा का पहला कारण नहीं माना है. सरकार से लेकर शासन प्रशासन की ओर से प्रभावितों के लिए काम किया जा रहा है. ऐसे में इस काम को शुरू दिया जाना चाहिए. उनका कहना है कि पहले भी कई जल प्रलय और भू कटाव हो चुके हैं. वर्तमान में भी कई जगहों पर भू कटाव हो रहा है. जिससे खतरा भी बढ़ा है.
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जनप्रतिनिधियों ने सीएम धामी को लिखे पत्र में कहा है कि सरकार की ओर से जो विकास कार्य किए जाते हैं, वो मानव विकास और आवश्यकता के लिए किए जाते हैं. ऐसे में एनटीपीसी के जलविद्युत परियोजना पर 80 फीसदी काम हो चुका है. जिसे बंद करना या रोकना, देश व प्रदेश के लिए उचित नहीं है. इस परियोजना निर्माण में स्थानीय लोग बेरोजगार हो गए हैं और क्षेत्र की आर्थिकी भी प्रभावित हो गई है.
उनका कहना है कि क्षेत्र में रोजगार के अन्य साधन भी नहीं है. उनकी काश्तकारी और नाप भूमि परियोजना निर्माण में ले ली गई है. ऐसे सीएम धामी मामले में पैरवी कर परियोजना के काम को दोबारे शुरू करवाएं. गौर हो कि जोशीमठ में दरार और भू धंसाव के लिए एनटीपीसी के टनल को जिम्मेदार ठहराया गया था. जिसे लेकर जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति लगातार आंदोलन भी कर रही है.