बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर कई स्थानों पर लटके हैं बोल्डर चमोली: गौचर से लेकर बदरीनाथ धाम तक हाईवे कई स्थानों पर ख़तरनाक बना हुआ है. बदरीनाथ की यात्रा शुरू होने में महज़ तीन दिन शेष बचे हैं. ऐसे में इस बार की यात्रा में हाईवे से सफ़र करने वाले राहगीरों को जान का जोखिम भी उठाना पड़ सकता है. यात्रा से पहले प्रशासन के दावे सरकारी बयानों तक ही सीमित हैं. बदरीनाथ यात्रा मार्ग पर कहीं पेयजल की कमी है तो कहीं सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण अभी तक नहीं हुआ है. यही नहीं बदरीनाथ हाईवे कई जगहों पर जानलेवा भी बना हुआ है.
अधूरी कटी हुई चट्टान दे रहीं दुर्घटना को न्योता: इन दिनों बदरीनाथ हाईवे पर गौचर से लेकर बदरीनाथ तक ऑल वेदर सड़क परियोजना के तहत सड़क निर्माण कार्य के चलते हिल कटिंग का कार्य चल रहा है. जिससे आधी-अधूरी काटी गई चट्टानों के कारण जान का खतरा बना हुआ है. वहीं बदरीनाथ हाईवे पर पीपलकोटी के पास बिरही चाड़े में चट्टान कटिंग और पुश्ता निर्माण कार्य जारी है. जिससे यहां करीब 20 मीटर तक सड़क संकरी और खतरनाक बन गई है. यहां हाईवे के ऊपर चट्टान से लटके बोल्डर किसी बड़ी दुर्घटना को न्योता देते हुये प्रतीत हो रहे हैं.
हाईवे के बीचोंबीच चल रही खुदाई:जोशीमठ से करीब पांच किलोमीटर पहले सेलंग, झड़कुला और जोगीधारा में हाईवे पर हिल कटिंग का काम अभी आधा- अधूरा हुआ है. साथ ही यहां हाईवे के किनारे बोल्डर और मलबे का निस्तारण भी अभी तक नहीं किया गया है. जिससे वाहनों की आवाजाही में भी इस बार दिक्कतें आ सकती हैं. जोशीमठ बाजार में मारवाड़ी चौक पर सीवर लाइन को ठीक करने के लिए हाईवे के बीचोंबीच खुदाई चल रही है. जबकि बाजार में डामरीकरण कार्य भी शुरू कर दिया गया है.
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वहीं जोशीमठ नरसिंह मंदिर मार्ग पर धीमी गति से पुश्ता निर्माण कार्य चल रहा है. यहां भी लोक निर्माण विभाग ने यात्रा शुरू होने से पहले हाईवे को चाक-चौबंद करने का दावा किया था. लेकिन जिस तरह से यहां काम चल रहा है, उससे नहीं लगता कि यात्रा शुरू होने तक हाईवे सुचारू हो पाएगा. कुल मिलाकर इस बार भी तीर्थयात्रियों के साथ ही पुलिस प्रशासन के लिए भी बदरीनाथ हाईवे परेशानी का सबब बन सकता है.