देहरादूनः उत्तराखंड की 5 लोकसभा सीटों की मतगणना के लिए पुलिस विभाग द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. पुलिस की सभी सुरक्षा तंत्र की इकाइयों द्वारा राज्य के 13 जिलों में मतगणना के दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. 23 मई को होने वाली मतगणना के दौरान वोटिंग काउंटर से लेकर मतगणना स्थल के बाहरी स्थानों तक त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरा तैयार कर सिविल पुलिस तंत्र सहित केंद्रीय सुरक्षा बल को तैनात किया जा रहा है.
23 मई को होने वाली मतगणना के लिए प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए हैं. केंद्र की दो कंपनी सशक्त फोर्स बीएसएफ के अलावा दो कम्पनी RPF व 20 कंपनी राज्य पुलिस पीएसी सहित लगभग 5 हजार से अधिक सिविल पुलिसकर्मी ड्यूटी स्थल पर तैनात रहेंगे. उधर राज्य के सभी 13 जिलों के स्ट्रांग रूम की सुरक्षा में पहले से ही आईटीबीपी सुरक्षाबल की मदद ली जा रही है.
चार संवेदनशील जिलों में केंद्रीय सुरक्षा बल की तैनाती
23 मई को होने वाली मतगणना के लिए उत्तराखंड के चार मैदानी जिलों में केंद्रीय सुरक्षा बलों की अतिरिक्त फोर्स तैनात की जा रही है. इसके अलावा पहाड़ी जिलों में सिविल पुलिस सहित पीएससी की कई कंपनियां काउंटिंग के दौरान सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा संभालेगी.
इसके अलावा मतगणना कक्ष से लेकर काउंटिंग परिसर के आस-पास सीसीटीवी कैमरा से हर गतिविधियों पर नजर रखकर चाक चौबंद बंदोबस्त कर सुरक्षा घेरा तैयार किया जाएगा.
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हरिद्वार, देहरादून, उधमसिंहनगर, नैनीताल जैसे संवेदनशील मतगणना स्थल पर केंद्रीय सशस्त्र बल तैनात किए जाएगा. इसके अलावा राज्य के सभी 13 जिलों में पीएससी की कंपनियां तैनात रहने के साथ ही लगभग 5 हजार से ज्यादा इंस्पेक्टर, दरोगा व पुलिसकर्मी सहित अभिसूचना तंत्र (LIU) के कर्मियों के अलावा खुफिया तंत्र भी अर्लट मोड पर सभी जनपदों के काउंटिंग ड्यूटी पर तैनात रहेंगे.
23 मई को उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों की मतगणना को लेकर राज्य के सभी जिलों में पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की संबंध में जानकारी देते हुए महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि प्रदेश के 13 जिलों में काउंटिंग स्थलों पर स्ट्रांग रूम से लेकर टेबल काउंटिंग स्थान से लेकर आउटसाइड गार्डन तक कड़ी सुरक्षा व्यवस्था करने के दिशानिर्देश मुख्यालय द्वारा पारित किए जा चुके हैं.
राज्य के चार मैदानी जिलों की संवेदनशीलता को देखते हुए केंद्रीय सुरक्षा बल की चार अतिरिक्त कंपनियां इन स्थानों पर तैनात रहेगी. डीजी अशोक कुमार के मुताबिक इस बार चुनाव आयोग द्वारा दिए गए दिशा निर्देश अनुसार अलग-अलग विधानसभाओं की कुछ EVM मशीनों को मतगणना के बाद मॉडर्न काउंटिंग सेंटर ले जाकर वीवीपैट द्वारा जांचा परखा जाएगा.
इस कार्य के लिए राज्य के सभी 13 जिलों के एसपी को देहरादून के रायपुर महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज में पहले ही ट्रेनिंग दे दी जा चुकी है. जिसके तहत इस बार के मतगणना स्थलों में चुनाव आयोग के नए परिवर्तन को भली-भांति सही रूप से पूरा करने के निर्देश जनपद प्रभारियों को भी दिए गए हैं.