देहरादून:सात मई से विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा शुरू होने जा रही है. जिसके लिए शासन-प्रशासन ने कमर कस ली है. यात्रियों को चारधाम यात्रा के दौरान किसी तरह की परेशानी न हो इसके लिए शासन-प्रशासन मुस्तैद है. इसके साथ ही शासन-प्रशासन देश-दुनिया के उन श्रद्धालुओं के लिए भी विशेष व्यवस्था करने जा रहा है जो किसी कारणवश चारधाम यात्रा नहीं कर पाते.
बता दें कि चारधाम यात्रा की शुरुआत यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही शुरू हो रही है. इसके साथ ही 9 मई को केदारनाथ धाम और 10 मई को बद्रीनाथ धाम के कपाट खुले रहे हैं. हालांकि, चारधाम यात्रा के कपाट खुलने में कुछ दी दिन शेष बचे है. जिसके कारण दूर-दराज से श्रद्धालुओं के जत्थे चारधाम यात्रा के लिए रवाना होना शुरू हो गये हैं.
बदरी-केदार धाम की आरती का होगा LIVE प्रसारण, शासन ने तेज की कवायद
बदरी-केदार धाम में शाम की आरती को लाइव रिले करने की कोशिश के मामले पर जानकारी देते हुए दिलीप जावलकर ने बताया कि यहां तकनीकी रूप से लाइव रिले देने की व्यवस्था संभव है.
बदरी-केदार के शाम की आरती को लाइव रिले करने की कोशिश
बदरी-केदार धाम में शाम की आरती को लाइव रिले करने की कोशिश के मामले पर जानकारी देते हुए दिलीप जावलकर ने बताया कि यहां तकनीकी रूप से लाइव रिले देने की व्यवस्था संभव है. उन्होंने बताया कि देहरादून में चारधाम यात्रा के दौरान धामों में होने वाली हलचलों पर लाइव रिले के जरिए पूरी नजर रखी जाती है. उन्होंने बताया कि धामों में शाम के समय होने वाली आरती को लाइव रिले करने के लिए शासन स्तर से बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति से लगातार बात की जा रही है. लेकिन अभी तक बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति की ओर से कोई सकारात्मक जबाव नहीं मिल पाया है. पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि अगर बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति लाइव रिले करने का निर्णय लेती है तो शासन स्तर पर कोई दिक्कत नहीं होगी.'
दिव्यांग और असक्षम लोगों के लिए व्यवस्थाएं
पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि चारधाम यात्रा के दौरान दिव्यांग लोगों के लिए हेली सेवा चलती है. जिसमें दिव्यांगजनों को केदारनाथ धाम के दर्शन करवाये जाते हैं. हालांकि, अभी हेली सेवा का मामला कोर्ट में विचाराधीन है. इस मामले पर बोलते हुए पर्यटन सचिव ने बताया कि इसके लिए नए मास्टर प्लान पर काम भी किया गया है. जिसके तहत वहां वन-वे मार्ग बनाया गया है. जो कि असक्षम और दिव्यांग श्रद्धालुओं के लिए बनाया गया है.