देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ईटीवी भारत से कई अहम मुद्दों पर खुलकर बातचीत की. इस दौरान उन्होंने हर सवाल का बेबाकी से जवाब दिया. मुख्यमंत्री ने माना कि हर काम को 100 प्रतिशत करने की कोशिश पूरी होती है लेकिन परिस्थितियों के कारण कई दफा वो काम अधूरे रह जाते हैं. स्वास्थ्य के क्षेत्र में अपनी उपलब्धियां गिनाने के साथ ही सीएम ने माना कि प्रदेश की भौगोलिक परिस्थिति के कारण पहाड़ों पर हेल्थ बेनिफिट पूरी तरह नहीं पहुंच पाए हैं.
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने स्वास्थ्य, शिक्षा, किसानों सहित हर मुद्दे पर ईटीवी भारत से बात की. उन्होंने जहां इन्वेस्टर्स समिट के दौरान आए इन्वेस्टमेंट को बड़ी उपलब्धि बताया वहीं उत्तराखंड को फेवरेट फिल्म डेस्टिनेशन बनाने पर भी चर्चा की. आइए जानते हैं सीएम से पूछे गये बेबाक सवाल और उनके जवाब-
सवाल 1- जैसा कि हम सभी जानते हैं कि आपकी सरकार ने हाल ही में इन्वेस्टर्स समिट का सफल आयोजन किया और उसमे देश विदेश के निवेशकों ने लाखों करोड़ के एमओयू साइन किये. इन दौरान फिल्म निर्माताओं का ध्यान आकर्षित करने के लिये भी कदम उठाए गये?
जवाब- फिल्मों को लेकर संकुचित सोच में हमें बाहर आना होगा. प्रदेश को फेरवेट फिल्म डेस्टिनेशन बनाने की पूरी कोशिश जारी है. इसके लिये निर्माताओं से मुंबई में जाकर मुलाकात की गई. उनको बताया गया कि उत्तराखंड में विदेशों से अच्छी लोकेशंस हैं, आप यहां आएं और फिल्म शूट करें. इसके बाद कई बड़े निर्माता-निर्देशक यहां आए और कई फिल्मों की शूटिंग भी की.
मुख्यमंत्री ने फिल्म डॉयरेक्टर राजकुमार संतोषी का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि संतोषी ने उनसे एयरपोर्ट के आसपास जमीन की मांग की थी ताकि वो वहां इंस्टीट्यूट की स्थापना करें और प्रदेश के प्रतिभाशाली नौजवानों को एक प्लेटफॉर्म मिल सके. इससे युवाओं को रोजगार भी मिल सकेगा. इस दिशा में काम चल रहा है.
सीएम ने बताया कि मेगा स्टार अमिताभ बच्चन और शाहरुख़ खान ने भी उत्तराखंड आने को लेकर अपनी रजामंदी जताई है. वो जल्द ही यहां आएंगे. सीएम ने भरोसा जताया कि उत्तराखंड भविष्य का बहुत बड़ा फिल्म डेस्टिनेशन बनने जा रहा है.
सवाल 2- मुख्यमंत्री रहते हुये त्रिवेंद्र सिंह रावत के दो रूप सामने आये हैं. NH घोटाले का पर्दाफाश करते समय कठोर और शहीद के घर पहुंचे सीएम का संवेदनात्मक रूप?
जवाब-इस सवाल पर सीएम ने कहा कि- हां, मैं संवेदनशील हूं! शुरू से ही समाजिक कार्यों से जुड़ा रहा हूं. उत्तरकाशी आपदा हो या लातूर भूकंप का समय. गुजरात कच्छ भूकंप के वक्त भी उत्तराखंड से सहायता भेजी थी, संवेदनशीलता ही ये सब करने को प्रेरित करती है.
वहीं, हाल ही में पुलवामा हमले में शहीद हुये जवानों के प्रति संवेदता जताते हुये सीएम ने कहा कि शहीद मेजर विभूति ढौंडियाल हों या मेजर चित्रेश बिष्ट, वो सभी के घर सांत्वना देने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने जहां शहीदों के परिवार वालों की तकलीफें देखीं वहीं उनका संयम और साहस भी. सीएम ने कहा कि हमें अपनी सेना पर गर्व है.
सवाल 3- शहीदों के परिवार वालों का दुख देख आपको तकलीफ होती है लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो शहादत पर सवाल उठा रहे हैं, सबूत मांग रहे हैं?