देहरादून: पुलवामा हमले के मद्देनजर जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है. सरकार की ओर से अलगाववादी नेताओं को मिली सुरक्षा वापस ले ली गई है. पुलवामा आतंकी हमले के बाद पूरा सदमे में है. वहीं कल देर रात देवभूमि का एक और लाल शहीद हो गया. जिसके बाद माहौल और गमगीन हो गया है. इस घटना ने लोगों के जख्मों को कुरेदने का काम किया है. ऐसे में कश्मीर में अलगवादी नेताओं की सुरक्षा हटाने पर उत्तराखंड के नेताओं का क्या कहना है आइये जानते हैं...
पुलवामा आतंकी हमले के बाद पूरे देश में गुस्सा है. वहीं देवभूमि में यह गुस्सा दोगुना इसलिए है क्योंकि उत्तराखंड के लोगों ने बीते रोज अपने एक और लाल की कुर्बानी दी है. ऐसे में केंद्र सरकार ने कश्मीर के अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा को लेकर बड़ा फैसला लिया है. लेकिन सरकार का ये फैसला उत्तराखंड के नेताओं को नाकाफी लग रहा है.
सरकार के इस फैसले पर बोलते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव तीरथ सिंह रावत ने कहा है कि सरकार को ये फैसला बहुत पहले ही ले लेना चाहिए था. लेकिन अब भी ये सरकार की बहुत अच्छी पहल है. उन्होंने कहा कि अलगवादी नेताओं की सुरक्षा लेना ही काफी नहीं है, सरकार को पाकिस्तान को इस हमले का कड़ा जवाब देना होगा.