बागेश्वर/रामनगरःउत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 का काउंटडाउन शुरू हो चुका है. ऐसे में Sveep Team (Systematic Voters Education and Electoral Participation) लगातार लोगों को मतदान के लिए जागरूक कर रही है. इतना ही नहीं बागेश्वर जिले की पिंडर घाटी के हिमालयी क्षेत्रों में बसे गांवों तक स्वीप और रेडक्रास की टीम पहुंच रही है. खास बात ये है कि बर्फ से लदकद दूरस्थ गांवों में भी टीम लोगों को शत-प्रतिशत मतदान के लिए जागरूक कर रही है. वहीं, ग्रामीणों का भी कहना है कि वो 14 फरवरी को जरूर मतदान करेंगे.
दरअसल, स्वीप और रेडक्रास की टीम ने पिंडर घाटी में बसे कर्मी, धूर, उनिया के गांवों में जाकर मतदाता जागरुकता अभियान चलाया. टीम ने ग्रामीणों को शत-प्रतिशत मतदान के लिए जागरूक किया. टीम का कहना है कि लोकतंत्र के महापर्व को उत्सव की तरह उत्साह के साथ मनाना चाहिए. स्वीप टीम के सहायक नोडल अधिकारी आलोक पांडे ने ग्रामीणों को बताया कि शत-प्रतिशत मतदान से ही लोकतंत्र मजबूत होगा. टीम ने लोगों को फार्म 6, 7 व 8 की भी जानकारी दी.
ये भी पढ़ेंःUttarakhand Election: पांच साल में नैनीताल जिले में बढ़े 41 हजार 355 मतदाता
ये लोग घर बैठे दे सकेंगे वोटःस्वीप और रेडक्रास की टीम ने ग्रामीणों को बताया कि इस बार 80 साल से अधिक उम्र के लोगों, दिव्यांगों के साथ ही कोविड संक्रमितों को भी बैलेट सुविधा घर पर ही मिलेगी. बर्फबारी से लदकद हुए गांवों में मतदाता जागरूकता टीम के आने से ग्रामीण भी काफी खुश नजर आए और उन्होंने कहा कि वो खुद भी मतदान करेंगे और अन्य ग्रामीणों को भी मतदान के लिए प्रेरित करेंगे.
मतदाता जागरुकता टीम ने ग्रामीणों को बताया कि मतदान के लिए उन्हें यदि कोई लालच या धमकी देता है, तो वो सी विजिल एप(cVIGIL App) में शिकायत दर्ज कर सकते हैं. इसके साथ ही मतदान के लिए यदि उन्हें कोई समस्या हो तो वो टोल फ्री नंबर 1950 में भी अपनी बात कह सकते हैं. टीम ने लोगों से एक जागरूक मतदाता बनने की अपील करते हुए कहा कि किसी भी चुनाव में शत-प्रतिशत मतदान होना चाहिए, तभी लोकतंत्र मजबूत होता है.
क्या है सी विजिल एपःभारत निर्वाचन आयोग ने सी-विजिल एप्लीकेशन तैयार किया है. ये एप्लिकेशन एंड्रॉयड स्मार्टफोन में सपोर्ट करेगा और इस एप्लीकेशन में ऑटोमेटिक लोकेशन मैपिंग के साथ ही फोटो और वीडियो अपलोड की जा सकेगी. अपनी पहचान देकर और बिना पहचान बताए शिकायत की जा सकती है. इतना ही नहीं शिकायतकर्ता को 100 मिनट के भीतर ही कार्रवाई की जानकारी भी भेज दी जाएगी.