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बागेश्वर में बना वन विभाग का मास्टर कंट्रोल रूम, वनाग्नि की घटनाओं पर लगेगी रोक

अब बागेश्वर में वनाग्नि की घटना पर रोक लगाने के लिए मास्टर कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है. जिसमें प्रभागीय वनाधिकारी से लेकर रेंजर तक वनों पर नजर बनाए हैं. ग्राम पंचायत के सरपंच से लेकर फायर वाचरों को भी कंट्रोल रूम से जोड़ा गया है. ताकि समय रहते जंगल में लगी आग की सूचना मिल जाए और उस पर काबू पाया जा सके.

Forest Department made Master Control Room in Bageshwar
बागेश्वर में बना वन विभाग का मास्टर कंट्रोल रूम

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Published : Mar 31, 2022, 6:08 PM IST

बागेश्वर: वनों को आग से बचाने के लिए बागेश्वर जिले में मास्टर कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जिससे आग लगने पर त्वरित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. इसमें आग लगने की घटना से लेकर आग बुझाने तक की जानकारी मिल सकेगी.

बागेश्वर जिले में वनों को आग से बचाने के लिए वन विभाग सतर्क है. इसके लिए एक मास्टर कंट्रोल रूम स्थापित किया है. प्रभागीय वनाधिकारी से लेकर रेंजर तक वनों पर नजर बनाए हैं. ग्राम पंचायत के सरपंच से लेकर फायर वाचरों को भी कंट्रोल रूम से जोड़ा गया है. 5 फरवरी से लेकर 15 जून तक फायर सीजन का होता है, लेकिन अप्रैल और मई में जंगल सबसे अधिक धधकते हैं.
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वनों को आग से बचाने के लिए वन विभाग ने 29 क्रू-सेंटर पहले ही बनाए हैं. अब 05963-220249 और मास्टर कंट्रोल रूम का नंबर 9557881705 जारी कर दिया है. इन नंबरों में आग लगने से लेकर आग से बुझाने तक, साथ ही हुए नुकसान की जानकारी मिल सकेगी. प्रभागीय वनाधिकारी से लेकर जिले छह रेंज के रेंजर कंट्रोल रूम से जुड़े रहेंगे. वन विभाग सूचना मिलते ही घटनास्थल की ओर रवाना होंगे.

बीते दिनों वन विभाग की टीम ने गश्त के दौरान खबडोली के जंगल में आग लगाने वाले दो नेपाली श्रमिकों को रंगे हाथों पकड़ा था. हालांकि, वन कर्मियों ने तत्काल आग बुझा दी और दोनों आरोपियों को हिरासत लेकर 10 हजार रुपये जुर्माना वसूला. प्रभागीय वनाधिकारी ने कहा कि जंगल जलाने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा.

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