बागेश्वर: जिले के जंगलों में आग लगने के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं. बागेश्वर में अभी तक आग से 50 हेक्टेयर जंगल जलकर राख हो चुके हैं. वहीं, आग से उठ रहे धुंए से शहर भर में चारों ओर धुंध छा गई है. जिले के बागेश्वर शहर, गरुड़, और कपकोट क्षेत्र धुंध से इस कदर घिर गए हैं कि 50 मीटर की दूरी के पार देख पाना भी मुश्किल हो रहा है. साथ ही धुंध से दिन में सूर्य भी चन्द्रमा जैसा नजर आ रहा है.
बागेश्वर में बेकाबू हो रही वनाग्नि, 50 हेक्टेयर जंगल जलकर राख, धुएं से विजिबिलिटी हुई कम - forest burning ash
बागेश्वर में अभी तक आग से 50 हेक्टेयर जंगल जलकर राख हो चुके हैं. वहीं, आग से उठ रहे धुंए से शहर भर में चारों ओर धुंध छा गई है.
स्थानीय निवासी तनुज तिरूवा ने बताया कि लोगों को वातावरण में फैले धुंए के चलते सांस लेने में परेशानी हो रही है. वहीं, जिला अस्पताल में सांस और आंखों के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. जंगलों में लगी आग पहाड़ी क्षेत्रों के लिए गंभीर समस्या बनी हुई है.
लगातार जल रहे जंगलों के कारण तापमान में भी बढ़ोत्तरी हो रही है. गर्म हवाओं की वजह से आग और ज्यादा भड़क रही है. वक्त रहते इसे रोका नहीं गया तो ये रिहायशी इलाकों में पहुंचकर काफी नुकसान पहुंचा सकती है. ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग और प्रशासन वनाग्नि पर काबू पाने में पूरी तरह नाकाम नजर आ रहा है.