बागेश्वर: जिले में मित्र पुलिस की तानाशाही का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें पुलिस के कुछ कर्मचारी एक व्यक्ति को उसकी दुकान से जबरन घसीटते हुए बाहर लाते दिख रहे हैं और साथ ही पुलिसकर्मी उस दुकान में तोड़फोड़ करते भी दिख रहे हैं. इस घटना के बाद से व्यापार मंडल में पुलिस के खिलाफ काफी रोष है. वहीं, जिलाधिकारी रंजना राजगुरु ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी को निष्पक्ष जांच के आदेश दे दिए हैं.
जानकारी के अनुसार रविवार रात पुलिस की एक टीम अग्निकुंड बाईपास रोड़ स्थित गिरीश पांडे की किराना की दुकान पर चेकिंग के लिए पहुंची. जहां पुलिस को कुछ हाथ नहीं लगा. इसके बाद पुलिस जबरन दुकान स्वामी के किरायेदार के कमरे का ताला तोड़ने लगी. जिसपर गिरीश और उसके भाई राजेश पांडे ने इसका विरोध किया. जिसको लेकर पुलिस कर्मियों और मकान स्वामी के बीच नोकझोंक हुई. लेकिन पुलिस ने जबरन ताला तोड़ कर किरायेदार के कमरों की तलाशी ली. लेकिन पुलिस को वहां भी कुछ हाथ नहीं लगा. जिसके बाद राजेश अपनी हार्डवेयर की दुकान में आ कर बैठ गया.
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इस दौरान पुलिसकर्मी हार्डवेयर की दुकान में पहुंचते हैं और राजेश को कुर्सी से खिंचते हुए दुकान के बाहर लाते हैं. इसके बाद एक पुलिस कर्मी दुकान के पास रखी टॉयलेट सीट को उठा कर एक व्यक्ति पर फेंकने का प्रयास करता है, लेकिन टॉयलेट सीट हाथ से फिसल कर जमीन पर गिर जाता है. जिसके बाद बिना किसी कारण के पुलिसकर्मी राजेश और गिरीश पांडे को गाड़ी में बिठा कर पुलिस थाने ले गए. ये सारी घटना मौके पर लगे सीसीटीवी में कैद हो गई. जोकि शहर में तेजी से वायरल हो रहा है.