उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

अल्मोड़ाः पेयजल योजना की अनदेखी से लोग प्यासे, कुंजवाल ने जताई नाराजगी - अल्मोड़ा न्यूज

जागेश्वर विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल ने सरयू-बेलक पंपिंग योजना का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने पंपिंग योजना में खामियां मिलने पर नाराजगी जताई.

almora news
सरयू-बेलक पंपिंग योजना

By

Published : Jun 19, 2020, 3:44 PM IST

अल्मोड़ाःजागेश्वर के दन्या आरासलपड़ क्षेत्र में करोड़ों की लागत से बनी सरयू-बेलक पंपिंग योजना सरकार की हीलाहवाली और लापरवाही के कारण बदहाल स्थिति में है. आलम ये है कि करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी सैकड़ों परिवारों को पीने का पानी तक मुहैया नहीं हो पा रहा है. ग्रामीणों की शिकायत पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और जागेश्वर विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल ने मौके पर पहुंचकर स्थलीय निरीक्षण किया. इस दौरान उन्हें कई खामियां मिली. जिस पर कुंजवाल ने कड़ी नाराजगी जताई और कार्रवाई करने को कहा.

विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल ने सरयू-बेलक पंपिंग योजना का निरीक्षण किया.

जागेश्वर विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल ने बताया कि पंपिंग की हालत बेहद खराब है. सरकार और उसने कारिंदों ने इसे ठीक करने की जहमत तक नहीं उठाई है. इस पंपिंग योजना का पानी क्षेत्र के 60 से 65 गांवों को जाता है, लेकिन आज इसकी हालत ये है कि जिस सरयू नदी के नाम से यह योजना बनी है, उस सरयू नदी का पानी आईवेल के टैंक तक भी नहीं पहुंच पा रहा है. ऐसे में पास के गदेरे का गंदा पानी ही आईवेल टैंक तक छोड़ा जा रहा है. जिससे लोगों के घरों में गंदे पानी की आपूर्ति हो रही है. उन्होंने कहा कि टैंक के किनारों में मिट्टी भरी है. जबकि, पानी फिल्टर की भी कोई व्यवस्था नहीं की गई है.

ये भी पढ़ेंःउत्तराखंड में बसों से सफर महंगा, यहां जानें कितना चुकाना होगा किराया

उन्होंने बताया कि योजना में काफी खामियां हैं. बीते साल के अक्टूबर महीने से इस योजना का एक पंप खराब चल रहा है. जिसकी अभी तक सुध नहीं ली गई है. इतनी बड़ी योजना में मात्र एक मोटर से काम चलाया जा रहा है. एकमात्र पंप होने के कारण कर्मचारियों को बार-बार बंद कर पेयजल लिफ्ट किया जा रहा है. जिससे क्षेत्र के लोगों को पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है.

विधायक कुंजवाल बताया कि इन खामियों से वो बेहद खफा हैं. सरकार जानबूझकर कांग्रेस के कार्यकाल में बनी योजनाओं को अधर में लटकाने का प्रयास कर रही है. मामले को उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जाएगा. इसके बावजूद भी सुधारने में ढुलमुल रवैया अपनाया गया तो वो क्षेत्र की जनता के साथ आंदोलन के लिए बाध्य होंगे.

ABOUT THE AUTHOR

...view details