अल्मोड़ाः रानीखेत तहसील के रानी झील के पास गदेरे में लापता दीवान सिंह का शव मिला है. दीवान सिंह बीते एक हफ्ते से लापता चल रहा था. इससे पहले शव मिलने की सूचना पुलिस को रानी झील के पास गुजर रही महिलाओं ने दी थी. जिसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया, फिर परिजनों को सौंप दिया. वहीं, रानीखेत पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
पुलिस के अनुसार, क्वैराली निवासी दीवान सिंह अधिकारी पुत्र गोविंद सिंह अधिकारी (उम्र 42 वर्ष) बीती 29 अप्रैल से लापता चल रहे थे. बताया जा रहा था कि वो उस दिन मॉर्निंग वॉक के लिए निकले थे, लेकिन वापस घर नहीं पहुंचे. स्वजनों ने उन्हें काफी खोजा, लेकिन जब दीवान का कहीं भी पता नहीं लगा तो स्वजनों ने गुमशुदगी की रिपोर्ट रानीखेत थाने में दर्ज कराई.
एक हफ्ते बाद यानी आज शनिवार को कुछ महिलाएं रानी झील के पास से जा रही थी कि उन्हें गदेरे में एक शव पड़ा दिखाई दिया. जिसके बाद इसकी सूचना उन्होंने तत्काल पुलिस को दी. सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लिया.
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वहीं, शव की शिनाख्त मिलिट्री अस्पताल के कर्मचारी दीवान सिंह अधिकारी के रूप में की. उसके बाद परिजनों को इसकी सूचना दी गई. मौत की खबर सुनकर उनके घर में कोहराम मच गया. परिजनों के पहुंचने के बाद शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. रानीखेत थाने के एसआई सुनील सिंह बिष्ट ने बताया कि दीवान सिंह अधिकारी रानीखेत के मिलिट्री अस्पताल में कार्यरत थे.
वो क्वैराली के मूल निवासी थे, लेकिन वर्तमान में उन्हें सरकारी आवास मिला था. जिसके कारण वो रानीखेत में ही निवास करते थे. उनका शव रानी झील के पास नीचे गदेरे में मिला है. शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कहा जा सकेगा कि यह हत्या है या फिर आत्महत्या. बताया जा रहा कि वो कुछ समय से मानसिक रूप से परेशान चल रहे थे.