रुड़की: रुड़की से देवबंद तक रेलवे लाइन बिछाने के विरोध में 14 माह से धरने पर बैठे किसानों को पुलिस प्रशासन ने मंगलवार को धरना स्थल से जबरन हटा दिया है. कार्रवाई का विरोध करने वाले लगभग एक दर्जन किसानों को पुलिस ने सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप में हिरासत में लिया है. फिलहाल ,मामले की गंभीरता को देखते हुए भिस्तीपुर गांव में भारी पुलिसबल तैनात किया गया है.
पुलिस हिरासत में एक दर्जन से अधिक किसान. बता दें कि रुड़की से देवबंद तक रेलवे लाइन बिछाने के लिए रेलवे विभाग ने गांव के किसानों की जमीन अधिग्रहण कर मुआवजा राशि दी थी. साथ ही किसानों के परिवारों में से एक सदस्य को उसकी शैक्षिक योग्यता के अनुसार नौकरी देने का वायदा किया था.
लेकिन कुछ समय बाद किसानों ने संबंधित विभाग पर आरोप लगाते हुए बिष्टुपुर गांव में रेलवे लाइन मार्ग पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया. किसानों का आरोप है कि उन्हें उचित मुआवजा नहीं दिया गया है. साथ ही विभाग ने अपने वायदे के अनुसार किसानों के परिवारों में से एक सदस्य को उसकी शैक्षिक योग्यता के अनुसार नौकरी भी नहीं दी.
ये भी पढ़े:मुख्य सचिव के आदेशों का नहीं हुआ पालन, अधर में लटका अंतरराष्ट्रीय स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स का काम
वहीं, आज रेलवे विभाग के कर्मचारियों और किसानों के बीच कहासुनी हो गई. कर्मचारियों ने मामले की सूचना पुलिस दी. मौके पर पहुंचे पुलिस और रेलवे के अधिकारियों ने धरने पर बैठे किसानों को समझाया लेकिन किसानों का विरोध जारी रहा. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने सरकारी काम में बाधा डालने पर लगभग एक दर्जन किसानों को हिरासत में ले लिया. साथ ही पुलिस प्रशासन ने रेलवे विभाग के कर्मचारियों को कार्य जारी रखने के निर्देश दिए हैं.