हरिद्वार:दूसरों को मोह माया से दूर रहने का ज्ञान देने वाले और एकांतवासी संत भी आजकल सोशल मीडिया की दुनिया में छाए हुए हैं. जिस तरह से फिल्म स्टार और पॉलिटिशियन सोशल मीडिया के सहारे लोकप्रियता हासिल करने के साथ ही अपने फॉलोवर्स बढ़ाते हैं, उसी राह पर अब संत समाज भी निकल पड़ा है. हरिद्वार से जुड़े कई बड़े-बड़े संत भी अब सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को लुभाने का प्रयास कर रहे हैं. उनके सोशल मीडिया अकाउंंटस पर चल रही रील्स, मीम्स और तमाम तरह के वीडियो और ऑडियो कंटेट इसकी तस्दीक करते हैं. इसके अलावा संतों की बढ़ती फैन फॉलोइंग और उनका अंदाज भी उन्हें इसमें औरों से दो कदम आगे रखता है.
आज के डिजिटल जमाने में सोशल मीडिया का बहुत महत्व है. यही कारण है कि पिछले कुछ समय से समाज का हर एक तबका बड़ी तेजी से इस ओर बढ़ा है. दुनियादारी से कोसों दूर रहने वाले साधु-संत भी इस पर खासे एक्टिव हैं. साधु-संत आज किसी भी मुद्दे पर मुखर नजर आते हैं. इसके लिए वे सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हैं. धर्म प्रचार हो या फिर अनुयायियों से सीधा संवाद सभी के लिए साधु-संत सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते देखें जा रहे हैं. सोशल मीडिया पर बाबाओं के फॉलोवर्स और कंटेट रीच की बात करे तो वो भी कमाल की है. जिससे साफ तौर पर कहा जा सकता है कि सोशल मीडिया पर ये 'बाबा' किसी भी फिल्मस्टार से कम नहीं हैं.
सोशल मीडिया पर किसी फिल्मस्टार से कम नहीं हैं ये 'बाबा'. टॉप पर है बाबा रामदेव: संतों के सोशल मीडिया रिपोर्ट कार्ड में सबसे टॉप पर स्वामी रामदेव हैं. उनकी लोकप्रियता सिर्फ भारत तक ही सीमित नहीं है बल्कि दुनियाभर में बाबा रामदेव के चाहने वाले हैं. यही कारण है कि बाबा रामदेव सबसे ज्यादा सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं. उनकी सोशल मीडिया टीम लगातार उनकी रील्स, उनकी फोटोज, बयान और इंवेट के कार्यक्रम को सोशल मीडिया पर अपलोड करती रहती है.
बाबा रामदेव के फेसबुक फॉलोवर्स की करें तो ये 11M है. इंस्टाग्राम पर उनके फॉलोवर्स की संख्या 2 M और ट्विटर पर 2.6 M है. बाबा रामदेव के सोशल मीडिया अकाउंट पर डाली गई वीडियो की रीच मिलियन में होती है. इतना ही नहीं उनके बयानों और उनके रील्स को भी लोग खूब पंसद करते हैं. जिसके कारण हर बीतते दिन के साथ हर प्लेटफॉर्म पर बाबा रामदेव के फॉलोवर्स बढ़ते ही जा रहे हैं.
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स्वामी कैलाशानंद गिरी भी नहीं हैं पीछे:बाबा रामदेव के बाद निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी का नाम इस लिस्ट में आता है. स्वामी कैलाशानंद गिरी भी सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं. उनके पूजा करने की वीडियोज लगातार सोशल मीडिया पर अपलोड किये जाते हैं. साथ ही उनके पूजा करने को कभी-कभी लाइव भी सोशल मीडिया पेज के माध्यम से दिखाया जाता है. इसी के साथ अपने अनुयायियों के साथ स्वामी कैलाशानंद गिरी कई फोटोज और वीडियोज लगातार अपलोड करते रहते हैं.कैलाशानंद गिरि फेसबुक फॉलोवर्स की करें तो ये 88k हैं. इंस्टाग्राम पर उनके फॉलोवर्स की संख्या 38.6 k है.
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सोशल मीडिया पर एक्टिव चिदानंद मुनि: परमार्थ निकेतन के परमा अध्यक्ष चिदानंद मुनि भी इस दौड़ में कहीं भी पीछे नहीं नजर आते हैं. वे भी सोशल मीडिया में काफी एक्टिव हैं. उनके सोशल मीडिया अकाउंट पर लगातार सेलिब्रिटीज और राजनेताओं के साथ फोटोज अपलोड की जाती हैं. लगातार रील्स भी उनके सोशल मीडिया टीम द्वारा अपलोड की जाती है. इतना ही नहीं उनके परमार्थ निकेतन की आरती प्रतिदिन उनके पेज पर लाइव की जाती है, जिसे लाखों लोग आनलाइन देखते हैं.चिदानंद मुनि के फेसबुक पर 38 k फॉलोवर्स हैं. इंस्टाग्राम पर उनके फॉलोवर्स की संख्या 25.2 k और ट्विटर पर 13.9 k है.
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साधु संतों ने रखी है पर्सनल सोशल मीडिया टीम:कई साधु-संतों ने अपने सोशल मीडिया को हैंडल करने के लिए पर्सनल टीम रखी हुई है. जिसमें कई साधु संतों ने दिल्ली तो कई साधु संतों ने नोएडा से इन टीमों के सहयोगियों को हायर किया हुआ है. साधु-संत सोशल मीडिया को हैंडल करने के लिए लाखों रुपये खर्च करते हैं.
ईटीवी भारत ने जब साधु-संतों के सोशल मीडिया पर इस तरह से एक्टिव होने पर और रील्स बनाने की बात दूसरे साधु संत से पूछी तो उन्होंने इसका विरोध किया. उन्होंने कहा सोशल मीडिया सिर्फ और सिर्फ प्रचार प्रसार का माध्यम है. आजकल लोग इसका दुरुपयोग कर रहे हैं. साधु-संतों के सोशल मीडिया पर उपयोग पर साधु-संतों ने कहा अगर वह अपने धर्म के प्रचार प्रसार के लिए इसका उपयोग कर रहे हैं तो वह कुछ गलत नहीं है, लेकिन वह अपनी लोकप्रियता पाने के लिए अगर इसका प्रयोग कर रहे हैं, तो वह गलत है. साधु संतों का कहना है जिस तरह से दिनों-दिन सोशल मीडिया का दुरुपयोग बढ़ा है उससे आने वाले दिनों में जल्द ही सोशल मीडिया बिल्कुल पूरी तरह से बैन होगा.