हरिद्वार: बीते रोज पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने पीडीपी के नेताओं का दून आकर कश्मीरी छात्रों को ले जाने पर नाराजगी जतायी थी. जिसके बाद महबूबा मुफ्ती ने महाराज के बयान पर ट्वीट वॉर किया. महबूबा मुफ्ती ने अपने ट्वीट पर लिखा कि उत्तराखंड में बीजेपी के मंत्री निर्दोष कश्मीरियों को सजा देना चाहते हैं. जिस पर पलटवार करते हुए सतपाल महाराज ने कहा कि प्रदेश में दहशतगर्दी का माहौल नहीं है. यहां सभी कश्मीरी छात्र-छात्राएं सुरक्षित हैं. साथ ही सतपाल महाराज ने कहा कि कश्मीरी छात्रों के अभिभावकों का उन्हें इस तरह से ले जाना गलत था.
महबूबा मुफ्ती के ट्वीट पर 'महाराज' का पलटवार, कहा- उत्तराखंड में नहीं है दहशतगर्दी का माहौल, यहां सभी हैं सुरक्षित
प्रदेश में कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा का मामला और उन्हें वापस कश्मीर ले जाने को लेकर राजनीति गरमा गई है. इसमें पहले सतपाल महाराज का बयान और उसके बाद पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के ट्वीट ने इस मामले को नया रंग दे दिया है.
प्रदेश में कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा का मामला और उन्हें वापस कश्मीर ले जाने को लेकर राजनीति गरमा गई है. इसमें पहले सतपाल महाराज का बयान और उसके बाद पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के ट्वीट ने इस मामले को नया रंग दे दिया है. महबूबा मुफ्ती ने सतपाल महाराज के बयान पर ट्वीट करते हुए लिखा था कि उत्तराखंड में बीजेपी के मंत्री गुंडों के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय निर्दोष कश्मीरी छात्रों को सजा दे रहे हैं. जिस पर आज महाराज ने पलटवार करते हुए महबूबा मुफ्ती को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि प्रदेश में कोई दहशतगर्दी का माहौल नहीं है. ऐसे में कश्मीरी अभिभावकों का छात्रों को यहां ले जाना गलत है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कश्मीरी छात्र-छात्राएं सुरक्षित हैं.
सतपाल महाराज ने आशंका जताई कि जिस तरह से छात्रों को यहां से ले जाया गया है, उससे डर है कि कहीं छात्र आतंकियों के हाथ में ना पड़ जाएं. इसलिए उन्होंने इस मामले में एफआईआर दर्ज करने का बयान दिया था. महाराज ने महबूबा के बयान पर बोलते हुए कहा कि नियम है कि जब बच्चों को यहां से ले जाया जाता है तो उसे किसी परिजन या जानकार के सुपुर्द किया जाता है. महराज ने कहा कि छात्रों को लेकर जो महबूबा मुफ्ती की चिंता है वह हमारी भी है. उन्होंने कहा कि वे ये ही चाहते हैं कि सभी के बच्चे सुरक्षित रहे.