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महाकुंभ 2021: निर्माण कार्यों में आड़े आ रही बजट की कमी, अभी तक 80 करोड़ रुपए खर्च - मेला प्रशासन पूरी तरह से प्रयासरत

हरिद्वार में 2021 में होने वाले महाकुंभ के आयोजन को लेकर मेला प्रशासन और राज्य सरकार पूरी तरह से प्रयासरत है. वहीं, इस आयोजन को लेकर साधु संतों ने सरकार द्वारा पास किए गए बजट में कमी की बात कही है.

mahakumbh 2021
महाकुंभ 2021

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Published : Jan 24, 2020, 6:23 PM IST

हरिद्वार:2021 में होने वाले महाकुंभ के आयोजन को सफल बनाने के लिए मेला प्रशासन और राज्य सरकार पूरा प्रयास कर रही है. विश्व प्रसिद्ध धर्म नगरी हरिद्वार हरकी पैड़ी पर कुंभ का आयोजन किया जाना है. जिसको लेकर पूरे मेला क्षेत्र में कार्य जारी है. क्षेत्र में जगह-जगह बिजली के तारों को भूमिकृत करने का काम भी किया जा रहा है. दूसरी ओर अगर बात पुलों के निर्माण कार्यों की करें तो अभी तक कुल बजट से 80 करोड़ रुपये खर्च होने के बावजूद भी कार्य को अंतिम रूप नहीं दिया गया है. ऐसे में इस कार्यों के पूर्ण होने में बजट का कमी आड़े आ रही है.

महाकुंभ 2021.

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वहीं, कुंभ के कार्यों को लेकर अपर मेलाधिकारी हरबीर सिंह ने बताया कि, कुंभ कार्यों के लिए केंद्र सरकार द्वारा 200 करोड़ रुपये स्वीकृत किया गया हैं. जिसमें अभी तक 80 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं. जबकि, महाकुंभ 2021 में 39 कार्यों की स्वीकृति की गई थी. जिसमें सभी कार्य प्रगति पर हैं. साथ ही मेलाधिकारी ने यह भी बताया कि मेले में कई स्थाई और अस्थाई कार्य किए जाने हैं. जिसमें स्थाई कार्यों के लिए मेला प्रशासन को और बजट की जरूरत पड़ेगी.

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने केंद्र सरकार से कुंभ कार्यों की प्रगति बनाए रखने और राज्य विकास के लिए एक हजार करोड़ रुपये आवंटन करने के लिए आग्रह किया है. वहीं, तीर्थ पुरोहित और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बताया कि सालों से चले आ रहे इस कुंभ को बनाए रखने के लिए सरकार लगातार प्रयासरत है.

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उन्होंने बताया कि मोदी सरकार भी मेले को सफल बनाने के लिए तत्पर है. वहीं, केंद्र सरकार से मिले बजट से यहां सौंदर्यीकरण सहित कई कार्य किए जाने हैं. वहीं, साधु संतों का कहना है की कुंभ के लिए एक हजार करोड़ भी कम हैं, क्योंकि जिस तरह से यहां की सड़कों, पुल और घाटों के साथ ही फ्लाईओवर का कार्य होना है. उसको देखते हुए केंद्र सरकार को मेले के लिए अधिक बजट की आवश्यकता पड़ेगी.

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