हल्द्वानी: कालाढ़ूंगी में सीएम त्रिवेंद्र के पूर्व पीएम राजीव गांधी पर दिये गये बयान पर राजनीति गरमा गई है. इसी कड़ी में नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने सीएम के बयान की कड़ी शब्दों में निंदा की है. इंदिरा हृदयेश ने मुख्यमंत्री के भाषा को अमर्यादित करार देते हुए मुख्यमंत्री पर निशाना साधा. उन्होंने कहा मुख्यमंत्री बन जाना ही सब कुछ नहीं होता है, संसदीय मर्यादाओं और परंपरा का ज्ञान भी होना आवश्यक है. उन्होंने कहा सीएम रावत को अपने इस बयान के लिए देशवासियों से माफी मांगनी चाहिए.
इंदिरा हृदयेश ने कहा है कि जिस प्रधानमंत्री ने देश के लिए अपनी जान दे दी, उसके लिए इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल करना पूरी तरह से संसदीय मर्यादा के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री रावत को पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई और नारायण दत्त तिवारी से सीखना चाहिए कि किस तरह से संसदीय भाषा का प्रयोग किया जाता है.
सीएम के विवादित बोल पर इंदिरा हृदयेश का पलटवार, कहा-संसदीय मर्यादाएं और परंपरा सीखें - Indira Hridayesh's retaliation on Trivendra Singh Rawat's statement
इंदिरा हृदयेश ने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई और नारायण दत्त तिवारी से सीखना चाहिए कि किस तरह से संसदीय भाषा का प्रयोग किया जाता है.
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बता दें कि बीते रोज मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कालाढूंगी में सीएए के समर्थन में एक जनसभा के दौरान पूर्व पीएम राजीव गांधी पर टिप्पणी की थी. इस दौरान उन्होंने तीन तलाक कानून पर बोलते हुए राजीव गांधी को कमजोर दिल का प्रधानमंत्री बताया था. उन्होंने कहा पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने तीन तलाक जैसे अमानवीय और असामाजिक कृत्य के लिए संविधान में संशोधन कर दिया.