1. राजधानी में 'Waste' हुई कूड़ा निस्तारण योजना, दून समेत आसपास के निकायों का कचरा बना मुसीबत
चारधाम यात्रा के दौरान लाखों पर्यटकों का उत्तराखंड पहुंचना प्रदेशवासियों को उत्साहित तो कर रहा है, लेकिन ये स्थिति किसी चुनौती से भी कम नहीं है. चूंकि यात्रियों के साथ वो अनचाहा कूड़ा भी प्रदेश में पहुंच रहा है, जिसके प्रबंधन की बेहद ज्यादा जरूरत है. लिहाजा, उत्तराखंड में कचरा प्रबंधन की क्या स्थिति है इसका अंदाजा राजधानी के हालातों से लगाया जा सकता है.
2. Chardham Yatra: यात्रा रूट के 25 शहरों में कैसे मैनेज हो रहा सॉलिड वेस्ट? देखें रिपोर्ट
चारधाम यात्रा के रूटस पर कूड़ा निस्तारण (Garbage disposal on the routes of Chardham Yatra) को लेकर रात-दिन की शिफ्ट में काम किया जा रहा है. चारधाम यात्रा रूट पर पड़ने वाले निकायों ने अब तक एक करोड़ से अधिक का कूड़ा बेचकर कमाई की है. इसमें जोशीमठ नगरपालिका ने सबसे ज्यादा 60 लाख का कूड़ा बेचा है. जोशीमठ नगरपालिका बदरीनाथ के अहम पड़ावों में से एक है.
3. उत्तराखंड में मंत्रियों की परफॉर्मेंस रिपोर्ट हो रही तैयार, 100 दिन का देना होगा लेखा-जोखा
उत्तराखंड में मंत्रियों की परफॉर्मेंस रिपोर्ट तैयार की जा रही है. धामी सरकार के 100 दिन पूरे होने पर भाजपा इसे जनता के सामने रखने जा रही है. वहीं, कांग्रेस ने इसे लेकर भाजपा सरकार और संगठन पर निशाना साधा है. कांग्रेस का कहना है सरकार में मुख्यमंत्री से लेकर मंत्रियों तक की परफॉर्मेंस शून्य है.
4. उत्तराखंड में चारधाम यात्रियों की संख्या 11 लाख पार, अब तक 91 श्रद्धालुओं ने गंवाई जान
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा को लेकर लोगों में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है. अभी तक श्रद्धालुओं का आंकड़ा 11 लाख 15 हजार पार कर गया है. जबकि, 10,335 श्रद्धालु गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब में मत्था टेक चुके हैं. वहीं, चारधाम यात्रा में अभी तक 91 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है.
5. शुद्ध और प्राकृतिक तत्वों से भरपूर है दून का GROUND WATER, इसका 'अमृत्व' खत्म कर रहा RO
देहरादून के ग्राउंड वाटर को सेंट्रल ग्राउंड वाटर बोर्ड ने अन्य राज्यों की तुलना में बेहद साफ और पीने योग्य बताया है. सेंट्रल ग्राउंड वाटर बोर्ड के अनुसार देहरादून का ग्राउंड वाटर काफी शुद्ध और प्राकृतिक तत्वों से भरपूर है. जिसके कारण देहरादून शहर में लोगों को आरओ लगाने की जरुरत नहीं है.