देहरादून: साल 2019 के बीतते ही अब शासन 2020 की रणनीतियां बनाने में जुट गया है. इसी कड़ी में पर्यटन विभाग भी 2020 में पर्यटकों को रिझाने की तैयारी कर रहा है. साल 2019 की बात करें तो पर्यटकों ने यहां पहुंचने के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिये थे. वहीं, 2019 में अक्टूबर महीने तक 3 करोड़ 36 लाख 27 हजार 6 सौ 35 पर्यटक देवभूमि पहुंचे. अब पर्यटन विभाग 2020 में पर्यटकों को और अधिक सुविधाओं के साथ ही सहूलियतों को उपलब्ध कराने की कसरत में जुट गया है. शासन स्तर पर प्रदेश में पर्यटकों की तादाद बढ़ाने के लिए ब्लू प्रिंट तैयार किया जा रहा है. देखिये ईटीवी भारत की स्पेशल रिपोर्ट.
नये साल में नई संभावनाएं तलाशेगा पर्यटन विभाग. उत्तराखंड में चारधाम पर्यटन का सबसे बड़ा साधन है. पर्यटन से प्रदेश में रोजगार सृजन के साथ ही आर्थिकी जुटाई जाती है. पहाड़ी प्रदेश होने के कारण यहां नैसर्गिक सुंदरता के साथ-साथ चुनौतियां भी है. जिसके कारण पर्यटन विभाग को इस सेक्टर को विकसित करने के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ती है. पर्यटन विभाग के अथक प्रयासों से साल 2019 में यहां पहुंचने वाले पर्यटकों ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए, जिससे विभाग की बांछें खिली हुई है.
पढ़ें-होमस्टे योजना में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे पहाड़ी जनपद, पर्यटकों की आमद से बढ़ी उम्मीदें
साल 2013 में केदारनाथ में आयी भीषण आपदा के बाद उत्तराखंड में पर्यटकों की संख्या में कमी आई थी. जिसका असर साल 2014 में देखा गया. साल 2014 के बाद यहां धीरे-धीरे पर्यटकों की संख्या बढ़ती गई. वर्तमान में करीब साढ़े 3 करोड़ से ज्यादा पर्यटक हर साल उत्तराखंड की ओर रुक कर रहे हैं. पर्यटकों की तादाद से विभाग राहत महसूस कर रहा है. इसके साथ ही टूरिज्म महकमा पर्यटकों की संख्या और बेहतर इंफ्रास्ट्रक्टर को बढ़ाने को लेकर निरंतर प्रयास कर रहा है.
पढ़ें-सरोवर नगरी में पर्यटन स्थलों को संवारने की कवायद तेज, व्यवसायियों के खिले चेहरे
पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि उत्तराखंड राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हर साल नई रणनीतियां बनाने की आवश्यकता होती है. ताकि पर्यटकों के अनुसार टूरिज्म के विकास को डेवलप किया जा सके. उन्होंने कहा हम उम्मीद करते हैं कि आने वाले समय में पर्यटकों के लिए अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर दे पाए. इसके अलावा स्थानीय लोगों को भी पर्यटन से जोड़कर उन्हें रोजगार भी दिया जाएगा. होमस्टे और वीरचंद्र गढ़वाली योजना को भी टूरिज्म से जोड़ा जाएगा.
मुख्य बिंदु जिसपर शासन का रहेगा फोकस
- सीजन में नहीं बल्कि पूरे साल पर्यटक उत्तराखंड की ओर रुख करें.
- पर्यटक उत्तराखंड में ज्यादा से ज्यादा वक्त बिताएं.
- पर्यटक उत्तराखंड की तमाम गतिविधियों में शामिल हो सके.
- पर्यटक उत्तराखंड में अधिक से अधिक अपनी धनराशि भी व्यय करें.
- उत्तराखंड की संस्कृति को समझने वाले पर्यटक अधिक से अधिक पहुंचे.
- पर्यटक उत्तराखंड के पर्यावरण के साथ-साथ खूबसूरती का भी ख्याल रखें.
- उत्तराखंड पहुंचने वाले पर्यटक प्राकृतिक संरक्षण में भी सहयोग करें.
उत्तराखंड पहुंचने वाले पर्यटकों की संख्या
- साल 2014 में कुल 2,26,30,045 पर्यटक उत्तराखंड पहुंचे थे, जिसमें 2,25,20,097 भारतीय और 1,09,948 विदेशी पर्यटक शामिल थे.
- साल 2015 में कुल 2,94,06,246 पर्यटक उत्तराखंड पहुंचे थे, जिसमें 2,92,95,152 भारतीय और 1,11,094 विदेशी पर्यटक शामिल थे.
- साल 2016 में कुल 3,17,76,581 पर्यटक उत्तराखंड पहुंचे थे, जिसमें 3,16,63,782 भारतीय और 1,12,799 विदेशी पर्यटक शामिल थे.
- साल 2017 में कुल 3,47,23,199 पर्यटक उत्तराखंड पहुंचे थे, जिसमें 3,45,81,097 भारतीय और 1,42,102 विदेशी पर्यटक शामिल थे.
- साल 2018 में कुल 3,68,52,204 पर्यटक उत्तराखंड पहुंचे थे, जिसमें 3,66,97,678 भारतीय और 1,54,526 विदेशी पर्यटक शामिल थे.
- साल 2019 में अक्टूबर महीने तक 3,36,27,635 पर्यटक उत्तराखंड पहुंचे, जिसमें 3,35,02,356 भारतीय और 1,25,279 विदेशी पर्यटक शामिल थे.
साल 2019 में चारधाम में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या
- यमुनोत्री धाम - 4,65,534
- गंगोत्री धाम - 5,30,334
- केदारनाथ धाम - 10,000,21
- बदरीनाथ धाम - 12,449,93
2020 के शुरुआत के साथ ही पर्यटन विभाग नई उर्जा के साथ प्रदेश में पर्यटन की संभावनाएं तलाशने में जुट गया है. इसके तहत जहां पर्यटन के क्षेत्र में आने वाली कमियों को ढूंढकर उसे सुधारा जाएगा. वहीं, पर्यटन के लिहाज से नये इलाकों को भी विकसित किया जाएगा.