देहरादून: प्रदेश में स्टिंग मामला फिर गरमा गया है. जनसंघर्ष मोर्चा के एक प्रतिनिधि मंडल ने पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार से मुलाकात कर मामले में ज्ञापन सौंपा है. ज्ञापन में सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत और उनके परिजनों पर प्रदेश की छवि धूमिल करने का आरोप लगाते हुए उचित कार्रवाई की मांग की गई है.
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गौरतलब है कि सीएम त्रिवेंद्र रावत और उनके परिवार से जुड़े सदस्यों के रिश्वत और डील के मामले में एक निजी समाचार चैनल के सीईओ उमेश शर्मा ने दिल्ली में स्टिंग वीडियो सार्वजनिक किये थे. जिसमें त्रिवेन्द्र रावत द्वारा झारखंड प्रदेश प्रभारी रहते हुए एक भाजपा कार्यकर्ता को गौसेवा आयोग का अध्यक्ष बनाये जाने के एवज में 25 लाख रुपये बतौर रिश्वत का पैसा मांगने का आरोप लगाया था. इसके साथ ही व्हाट्सअप पर मामले की जानकारी पीड़ित पक्ष द्वारा दिए जाने और सीएम भाई एवं भतीजे का खनन व अन्य डील किये जाने का स्टिंग वीडियो जनता के सामने रखा था.
जन संघर्ष मोर्चा ने सीएम त्रिवेंद्र को घेरा. रघुनाथ नेगी का आरोप है कि मुख्यमंत्री एवं उनके परिजनों के इस कृत्य से प्रदेश का नाम पूरे देश में बदनाम हुआ है. उन्होंने पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार को ज्ञापन सौंप कर मामले में जांच करवाने की मांग की. उनका कहना है कि ये मामला किसी और का नहीं, बल्कि प्रदेश के मुखिया से जुड़ा है. प्रदेश की जनता खुद को ठगा सा महसूस कर रही है.