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किसान कल्याण योजना के तहत लाखों लोगों को मिला लोन, जानिए क्या है स्थिति? - किसान कल्याण योजना

राज्य सरकार ने साल 2019 में दीनदयाल उपाध्याय सहकारिता किसान कल्याण योजना की शुरुआत की थी ताकि गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले किसानों को 3 लाख रुपये का ब्याज मुक्त लोन दिया जा सके.

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Published : Aug 30, 2021, 7:22 AM IST

Updated : Aug 30, 2021, 11:53 AM IST

देहरादून: राज्य में किसानों की बेहतरी के साथ ही इनकी आय को दोगुना किए जाने को लेकर सरकार तमाम योजनाएं संचालित कर रही है. राज्य सरकार ने साल 2019 में दीनदयाल उपाध्याय सहकारिता किसान कल्याण योजना की शुरुआत की थी ताकि गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले किसानों को 3 लाख रुपये का ब्याज मुक्त लोन दिया जा सके. जिसके तहत अभी तक 3,13,011 लाभार्थियों और 2,646 स्वयं सहायता समूहों को लोन दिया गया है.

प्रदेश के किसानों को कृषि करने के लिए लोन उपलब्ध कराने को लेकर 14 फरवरी 2019 को सहकारिता विभाग की ओर से दीनदयाल उपाध्याय सहकारिता किसान कल्याण योजना की शुरुआत की थी. हालांकि, इस योजना को शुरू करने का मकसद था कि सामान्य, लघु, सीमान्त तथा गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले कृषक व अकृषक सदस्यों को कृषि और कृषि संबंधित कार्यों के लिए 3 लाख रूपये तक का ब्याज मुक्त ऋण वितरित किया जा सके.

वहीं, साल 2019 में दीनदयाल उपाध्याय सहकारिता किसान कल्याण योजना की शुरुवात होने के बाद से जुलाई, 2021 तक कुल 3,13,011 लाभार्थियों एवं 2646 स्वयं सहायता समूहों को करीब 1823.74 करोड़ का ब्याज मुक्त लोन वितरित किया गया. जिसमें सबसे अधिक उधमसिंह नगर जिले के 58,534 लोगों और 285 स्वयं सहायता समूहों को लोन दिया गया है. वहीं, सबसे कम रुद्रप्रयाग जिले के 2,848 लोगों और 84 स्वयं सहायता समूहों को लोन दिया गया.

सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत ने बताया कि इस योजना से लाखों लोगों को फायदा पहुचा है. इस योजना को शुरू करने का मकसद किसानों को कृषि के प्रति ना सिर्फ प्रोत्साहित करना बल्कि उनकी आय को दोगुना करना भी है. पैसा ना होने की वजह से किसानों का कृषि से मोह भंग हो रहा था. ऐसे में बिना ब्याज के 3 लाख रुपये लोन से किसानों को काफी मदद मिल रही है.

जिलावार योजना लाभार्थियों की संख्या :अल्मोड़ा जिले के 32377 लोगों और 194 स्वयं सहायता समूह को 16441.19 लाख रुपए का लोन दिया गया है. वहीं, बागेश्वर जिले के 17274 लोगों और 39स्वयं सहायता समूह को 8943.02 लाख रुपए का लोन वितरित किया गया. चमोली जिले के 4095 लोगों और 124 स्वयं सहायता समूह को 3626.49 लाख रुपए का लोन वितरित किया. जबकि, रुद्रप्रयाग जिले के 2848 लोगों और 84 स्वयं सहायता समूह को 2245.66 लाख रुपए का लोन वितरित किया गया. बात अगर देहरादून जिले के करें तो यहां 13185 लोगों और 467 स्वयं सहायता समूह को 13338.40 लाख रुपए का लोन दिया गया.

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वहीं, नैनीताल जिले में 53463 लोगों और 230 स्वयं सहायता समूह को 28186.55 लाख रुपए और हरिद्वार जिले के 38262 लोगों और 322 स्वयं सहायता समूह को 21200.47 लाख रुपए का लोन दिया गया. उधर, पौड़ी जिले में 13691 लोगों और 172 स्वयं सहायता समूह को 14700.59 लाख रुपए और पिथौरागढ़ जिले के 29580 लोगों और 296 स्वयं सहायता समूह को 18516.74 लाख रुपए का लोन वितरित किया गया. जबकि, चंपावत जिले के 14241 लोगों और 183 स्वयं सहायता समूह को 9874.60 लाख रुपए का लोन दिया गया.

जबकि, टिहरी जिले के 17216 लोगों और 92 स्वयं सहायता समूह को 11083.79 लाख रुपए और उधमसिंह नगर जिले के 58534 लोगों और 285 स्वयं सहायता समूह को 21917.25 लाख रुपए का लोन बांटा गया. वहीं, उत्तरकाशी जिले के 18245 लोगों और 158 स्वयं सहायता समूह को 12299.82 लाख रुपए का लोन दिया गया.

Last Updated : Aug 30, 2021, 11:53 AM IST

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