'आरक्षण के नाम पर निषादों को ठगने का काम कर रही निषाद पार्टी और बीजेपी'
गोरखपुर : आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर जातीय वोटों को अपने-अपने पाले में करने की कोशिशें तेज हो गईं हैं. इसमें निषाद जाति के वोटों को लेकर भी राजनीतिक दल प्रयासरत हैं. पूर्वांचल खासकर गोरखपुर इस जाति का सबसे बड़ा केंद्र बना हैं. यहां से निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद आते हैं. उन्होंने बीजेपी के साथ गठबंधन कर अपनी जाति के लोगों को ओबीसी से दलित जाति का आरक्षण दिलाने की बात कही है. हालांकि गोरखपुर में पूर्व मंत्री स्वर्गीय जमुना निषाद का परिवार समाजवादी पार्टी के भरोसे इस बार के निषाद वोटों के समीकरण को मुद्दों के आधार पर बदलने की कोशिश में है. साथ ही निषादों का असली हिमायती बनने की कोशिश में भी लगा है. ईटीवी भारत ने स्वर्गीय जमुना निषाद की पूर्व विधायक पत्नी राजमति निषाद और 2017 का चुनाव मामूली अंतर से हारने वाले उनके पुत्र अमरेंद्र निषाद से खास बातचीत की. उन्होंने निषाद पार्टी के अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद पर निषादों को ठगने, छलने और मूर्ख बनाने का आरोप लगाया है. एक रिपोर्ट..