वाराणसी:काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सीर गेट के द्वार को पूर्व की भांति खोलने के लिए आज ग्रामीणों ने विश्वविद्यालय प्रशासन को मुख्य आरक्षी अधिकारी को संबोधित ज्ञापन सौंपा. बीएचयू प्रशासन की तरफ से भी प्रॉक्टोरियल बोर्ड के लोग मौके पर पहुंचे और उन्होंने ज्ञापन स्वीकार किया.
यह है मामला
काशी हिंदू विश्वविद्यालय एशिया का सबसे बड़ा आवासीय विश्वविद्यालय है, जो पूरे 1,300 एकड़ में स्थापित है. ऐसे में कई गांवों को बीएचयू खुद से जोड़ता है. सीर गेट के माध्यम से केवल दो पहिया वाहन ही अंदर आ सकते हैं. ग्रामीणों की मांग है कि पहले की भांति बड़े गेट को खोला जाए, जिससे चार पहिया वाहन सहित एम्बुलेंस बीएचयू में प्रवेश कर सके. कई गांव वालों को छोटा गेट खुले रहने की वजह से एम्बुलेंस या अन्य बड़ी गाड़ियों को काफी दूर से घुमा कर लाना पड़ता है. इनमें रमना, डाफी, नैपुरा, नरोत्तमपुर, टिकारी मुंडादेव आदि गांव शामिल हैं.