वाराणसी: शनिवार को छत्तीसगढ़ के बीजापुर में हुए नक्सली हमले में जान गवाने वाले कोबरा बटालियन के शहीद हुए 24 जवानों को अग्रसेन कन्या पीजी कॉलेज के शिक्षकों और छात्राओं ने कैंडल जलाकर श्रद्धांजलि दी. श्रद्धांजलि देने के साथ ही शिक्षकों ने इन जवानों को शहीद का दर्जा देने की मांग की.
शिक्षकों और छात्राओं ने जवानों को दी श्रद्धांजलि, शहीद का दर्जा देने की मांग की
छत्तीसगढ़ नक्सली हमले में शहीद हुए 24 जवानों को वाराणसी में अग्रसेन कन्या पीजी कॉलेज के शिक्षकों और छात्राओं ने श्रद्धांजलि दी. कॉलेज के शिक्षकों ने इन जवानों को शहीद का दर्जा देने की मांग की है.
अग्रसेन कन्या पीजी कॉलेज के एसोसियेट प्रोफेसर डॉ. आकाश ने कहा, "आज हम लोग भारत के कोबरा बटालियन के उन अमर सपूतों को श्रद्धांजलि दे रहे हैं, जिनपर कायरतापूर्ण तरिके से हमला किया गया. ये हमारा दुर्भाग्य है कि देश की पैरामिलिट्री फोर्स और पुलिस फोर्स देश के आंतरिक मामलों से लेकर बाह्य मामलों में सुरक्षा मुहैया कराते हैं. सुरक्षा के लिए वें 24 घंटे मुस्तैद रहते हैं, इसके बावजूद उन्हें शहीद का दर्जा नहीं मिलता है. ये वही जवान है जिनपर सभी एयरपोर्ट, हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट और सभी वीआईपी प्रोटोकॉल की जिम्मेदारी होती है इसके बावजूद भी देश की रक्षा करते हुए अपनी जान न्योछावर करने करने वाले जवानों को शहीद दर्जा नहीं दिया जाता है.
कॉलेज के लोगों का कहना है, "देश की सुरक्षा में अपनी जान गवाने वाले जवानों के लिए देश के राष्ट्रपति स्वतः संज्ञान लेते हुए इन्हें शहीद का दर्जा दें. कॉलेज परिवार की ओर से इसके लिए हम लोग लगातार प्रयास कर रहे हैं और शासन प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं कि इन्हें शहीद का दर्जा देने के साथ ही शहीद को मिलने वाली सुविधाएं भी मिलें."