Varanasi news : अब पांच की जगह आठ जोन से हल होगी समस्या, गांव के लोगों को अब नहीं काटने होंगे नगर निगम मुख्यालय के चक्कर - नगर निगम मुख्यालय
यूपी के वाराणसी में जनता की परेशानियों को देखते हुए शहर सीमा का विस्तार किया गया है. इसके तहत तीन जोन और बढ़ा दिये गये हैं.
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Published : Jun 24, 2023, 10:53 AM IST
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वाराणसी :किसी भी शहर के विकास के लिए प्रॉपर प्लानिंग बेहद जरूरी मानी जाती है और अगर प्लानिंग निगम स्तर पर ही शुरू हो जाए तो पब्लिक को परेशानी भी कम होती है और विकास भी तेजी से होता है. यही वजह है कि वाराणसी शहर सीमा के विस्तार के बाद अब शहर के विकास की रूपरेखा तैयार करते हुए वाराणसी में नगर निगम ने अपने जोन की सीमा बढ़ा दी है. पहले जहां नगर निगम के पास आदमपुर, भेलूपुर, दशाश्वमेध कोतवाली और वरुणापार जोन हुआ करता था, तो वहीं सीमा विस्तार के बाद अब वाराणसी को 3 जोन का तोहफा मिला है. जिसमें ऋषि मांडवी, सारनाथ और आठवें जोन के रूप में रामनगर का निर्माण किया गया है. जिसे अधिकारियों की तरफ से मंजूरी मिलने के बाद अब कार्यालय खोलने से लेकर अन्य सरकारी काम शुरू होने जा रहे हैं, जिसके बाद पब्लिक को अब नगर निगम मुख्यालय के चक्कर नहीं काटने होंगे.
अब पांच की जगह आठ जोन से हल होगी समस्या
इस बारे में नगर निगम वाराणसी के जनसंपर्क अधिकारी संदीप श्रीवास्तव ने बताया कि 'सीमा विस्तारीकरण के बाद नगर निगम की तरफ से 90 वार्ड से बढ़ाकर 100 वार्ड पहले ही किए जा चुके हैं. अब विकास को और गति देने के उद्देश्य से जोन की संख्या भी बढ़ा दी गई है. इस पर नगर आयुक्त शिपू गिरी और नगर प्रमुख अशोक तिवारी की भी मंजूरी मिल गई है.
आठ जोन से हल होगी समस्या
उन्होंने बताया कि शुक्रवार को इसका आदेश जारी कर दिया गया है. 9 जून में नए सीमा विस्तार के बाद ऋषि मांडवी, सारनाथ और रामनगर को शामिल किया गया है. राजस्व प्रभारी को गठित जोन कार्यालय के लिए 1 सप्ताह के भीतर ऑफिस स्थान चिन्हित करने के निर्देश दिए गए हैं, इसके अलावा नगर स्वास्थ्य अधिकारी को इन नए जोन कार्यालयों में सफाई कर्मी और अन्य सफाई व्यवस्था से संबंधित चीजों को यथाशीघ्र करवाने के लिए निर्देश दिए गए हैं. इसके अतिरिक्त मुख्य अभियंता और अन्य अधिकारियों से नए जोन कार्यालयों के स्थलीय निरीक्षण कर आवश्यक चीजें रंगाई पुताई और अन्य व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराने के लिए कहा गया है. जब तक यह कार्यालय नहीं खुल जाते तब तक पुरानी व्यवस्था लागू रहेगी, लेकिन कार्यालयों के खुलने के बाद अब इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए बड़ी सहूलियत होगी. लोगों को जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र से लेकर अन्य छोटे-छोटे कामों के लिए नगर निगम के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे.