वाराणसी: देश में जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए दर्दनाक हादसे के बाद पूरा देश गम में है. ऐसे में शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने भी राम मंदिर निर्माण को लेकर रामाग्रह यात्रा को स्थगित कर दिया. उन्होंने कहा कि वह भी देश के साथ हैं. ऐसे में नई तारीख की घोषणा भी काशी से हो सकती है.
स्थगित हुई शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती की रामाग्रह यात्रा, ये रही वजह
शंकराचार्य ने कहा कि हम अपनी पूर्व से ही प्रस्तावित और परम धर्म संसद् 1008 द्वारा उद्घोषित अयोध्या श्री रामजन्मभूमि रामाग्रह यात्रा और शिलान्यास का कार्यक्रम स्थगित करते हैं
रामाग्रह यात्रा की शुरुआत काशी से होगी. स्वामी जी के स्वास्थ्य में सुधार होने के बाद भी नई तारीख का निर्णय किया जाएगा. स्वामी स्वरूपानंद काशी प्रवास पर रहेंगे. 14 फरवरी को प्रयागराज में तबीयत बिगड़ने से शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती को काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल चिकित्सालय के आईसीयू में भर्ती कराया गया. डॉक्टरों के मना करने पर भी स्वामी जी खुद हॉस्पिटल से केदार घाट स्थित श्री विद्या मठ आए और अपने पूर्वत घोषणा रामाग्रह यात्रा के बारे में अपने शिष्य और संतों से बात की. उसके बाद यह निर्णय सामने आया.
जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने बताया कि स्वामी जी प्रयाग जाने के लिए तैयार थे. उनका स्वास्थ्य ठीक न होने का हवाला देकर यात्रा स्थगित करने का स्वरूप में बदलाव करने की प्रार्थना की जा रही थी. पर वह तैयार नहीं हो रहे थे. आज सवेरे जो उनके प्रमुख शिष्य और सहयोगियों ने स्वामी सहजानंद सरस्वती जी महाराज आदि के साथ उन्होंने टेलीविजन में जम्मू कश्मीर के पुलवामा घटना और उसके बाद देश की परिस्थितियों की ओर ध्यान आकर्षित कराया, तब वे शांत हो गए और कुछ देर बाद वाराणसी के जिला अधिकारी सुरेंद्र सिंह ने भी यही अनुरोध किया. इसपर उन्होंने कहा कि वह देश के साथ हैं.