वाराणसीः गोवर्धन मठपूरी के पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती सोमवार को धर्म और अध्यात्म नगरी काशी पहुंचे. वह अपने पांच दिवसीय प्रवास में अस्सी स्थित आश्रम में रहेंगे, जहां पर सुबह और शाम धर्म वेद पर चर्चा होगी. आज शाम भक्तों के प्रश्नों का उत्तर दिया. इसी दौरान शंकराचार्य ने मीडिया से भी बात किया.
श्रीरामचरितमानस पर टिप्पणी दुर्भाग्यपूर्ण है
शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने कहा 'श्रीरामचरितमानस पर टिप्पणी हो रही है, यह दुर्भाग्यपूर्ण है. टिप्पणी करने वाले को मेरे सामने लाइए. मैं उदाहरण देता हूं कि चाणक्य नीति का अध्ययन करें. आधुनिक शिक्षा दिशा चिंता का विषय है. दिल के टुकड़े हजार हुए कोई यहां गिरा कोई वहां गिरा. मर्यादा का अतिक्रमण करेंगे इत्यादि का ध्यान नहीं रखेंगे. कुल गोत्र ध्यान रखना चाहिए तो यही दशा होगी. देवियों की रक्षा तभी हो सकती है जब सनातन धर्म संविधान का अनुपालन हो. मातृशक्ति दूषित हो जाने पर कुछ भी बचेगा नहीं'.
भारत बनेगा हिंदू राष्ट्र
पुरी शंकराचार्य ने कहा कि '17 महीने पहले मैं पुरी में अपने कक्ष से संगोष्ठी कक्ष में आ रहा था. दीवार से संबंध भगवती दुर्गा का चित्र है वहां आते ही अपने आप खुल गया और तीन बार मुख से निकला हिंदू राष्ट्र, हिंदू राष्ट्र, हिंदू राष्ट्र 17 महीने अभी हुए हैं. अमेरिका के पार्लियामेंट में इसकी चर्चा हो रही है, पूरे विश्व में चर्चा है. औरों के लिए जो असंभव होता है, मेरे लिए असंभव नहीं है. हिंदू राष्ट्र की लहर चल पड़ी है कोई रोकने में समर्थ नहीं है.