वाराणसी :मजदूरी को लेकर हुए विवाद के बाद मंगल ने 1999 से एक अनोखी मुहिम छेड़ रखी है. वह अपनी साइकिल पर भ्रष्टाचार के खिलाफ लोगों को जागरूक करने के लिए निकल पड़ा है. लोग बड़े ही तन्मयता से उसकी साइकिल पर लिखे शब्दों को पढ़ते हैं.
भ्रष्टाचार के खिलाफ लोगों को जागरूक कर रहे मंगल.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में मंगल ने 1999 में हुए मजदूरी के विवाद के बाद भ्रष्टाचार के खिलाफ एक अनोखी पहल छेड़ रखी है. मंगल ने प्रधानमंत्री से लेकर राष्ट्रपति तक को चिट्ठियों के माध्यम से यह बताने की कोशिश की है कि किस तरीके से भारत में भ्रष्टाचार है. मंगल साइकिल पर विभिन्न उदाहरण देते हुए भ्रष्टाचार के बारे में लोगों को जागरूक कर रहे हैं. मंगल का मानना है कि जिस तरीके से भ्रष्टाचार समाज में है उसे अगर खत्म करना है तो सबसे पहले शीर्ष नेतृत्व को ध्यान देना अति आवश्यक है.
मंगल का यह भी कहना है कि वह सैकड़ों लेटर प्रधानमंत्री से लेकर राष्ट्रपति तक को लिख चुके हैं. पहले लेटरों का जवाब आता था, लेकिन अब उनके द्वारा लिखे गए खतों का जवाब आना बंद हो गया है. वहीं लोकसभा चुनाव चरम पर है और विभिन्न पार्टियां विभिन्न मुद्दों के साथ चुनाव मैदान में हैं. वहीं वाराणसी में जिस तरीके से मंगल अपनी साइकिल के माध्यम से लोगों को भ्रष्टाचार के खिलाफ जागरूक कर रहे हैं यह बेहद ही तारीफ के काबिल है. मंगल द्वारा किए गए इस कार्य को भी लोग सराह रहे हैं.
मंगल ने बताया कि प्रधानमंत्री 2014 में जब शपथ ग्रहण कर रहे थे, उस समय उनका पहला मुद्दा भ्रष्टाचार खत्म करना था. मगर आज सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार शीर्ष नेतृत्व में है, जिसकी वजह से देश में भ्रष्टाचार खत्म होना बेहद ही मुश्किल लग रहा है. वहीं मंगल का कहना है कि जब तक देश से भ्रष्टाचार खत्म नहीं हो जाता, आजीवन यह भ्रष्टाचार निवारण अनोखा मिशन जारी रहेगा.